केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह को प्रतिष्ठित “लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड” से सम्मानित किया गया

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(नई दिल्ली)28जुलाई,2024.

देश-विदेश के प्रमुख चिकित्सा हस्तियों, पेशेवरों और चिकित्सकों के अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के अवसर पर आयोजित समारोह में केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह को मधुमेह विज्ञान, मधुमेह देखभाल और मधुमेह अनुसंधान के क्षेत्र में उनके अनुकरणीय समर्पण के लिए प्रतिष्ठित “लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड” से सम्मानित किया गया, जिसके कारण उन्हें देश-विदेश में ख्याति मिली।

डॉ. मोहन के डायबिटीज स्पेशिलिटी सेंटर और मद्रास डायबिटीज रिसर्च फाउंडेशन, चेन्नई के अध्यक्ष डॉ. वी. मोहन द्वारा पढ़े गए प्रशस्ति पत्र में डॉ. जितेंद्र सिंह को एक शिक्षक, प्रोफेसर, शोधकर्ता और मधुमेह रोग के चिकित्सक के रूप में बताया गया है, जिन्होंने जमीनी स्तर से उठकर अपना और अपने राज्य और देश का नाम रोशन किया है। प्रशस्ति पत्र में आगे उल्लेख किया गया है कि महान डॉ. बी सी रॉय की श्रेणी में आते हुए, डॉ. जितेंद्र सिंह राष्ट्रीय स्तर पर ज्ञात चिकित्सा पेशेवर का एक और दुर्लभ उदाहरण हैं, जो निर्णायक अंतर से लगातार तीन बार लोकसभा के लिए चुनाव जीतकर सार्वजनिक जीवन में समान रूप से सफल साबित हुए और वे देश के उन कुछ लोगों में से एक तथा जम्मू और कश्मीर के पहले व्यक्ति थे, जिन्हें लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए केंद्रीय मंत्रिपरिषद में जगह मिली। अपनी साफ-सुथरी छवि और बेदाग ईमानदारी के लिए मशहूर डॉ. जितेंद्र सिंह ने अपने साथ काम करने वाले तीन पीढ़ियों के सहकर्मियों का सम्मान और प्यार अर्जित किया है।

इस प्रशस्ति पत्र में मधुमेह विशेषज्ञों के सबसे बड़े शैक्षिक संघ आरएसएसडीआई (भारत में मधुमेह के अध्ययन के लिए अनुसंधान संस्था) के लाइफटाइम पैटर्न के रूप में डॉ. जितेंद्र सिंह को दिए गए विशिष्ठ सम्मान का भी उल्लेख किया गया है।

समारोह के दौरान डॉ. जितेंद्र सिंह के लिए पढ़े गए प्रशस्ति पत्र में उन्हें एक बहुमुखी व्यक्तित्व के रूप में वर्णित किया गया है, जो एक साथ एक उत्कृष्ट शिक्षाविद, शोधकर्ता, चिकित्सा शिक्षक, लेखक और शानदार वक्ता के रूप में जाने जाते हैं। अतीत में उन्हें मिले विभिन्न पुरस्कारों में जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (जेआईपीएमईआर) पुडुचेरी से “ओरेशन के लिए स्वर्ण पदक” और पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित “जमना देवी ज्ञान देवी पुरस्कार” शामिल हैं(साभारPIB)

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