(मेरठ)15सितंबर,2024.
उत्तर प्रदेश की 17 नगर निगम में मुख्यमंत्री ग्रीन रोड योजना के अंतर्गत मेरठ पहली सड़क गांधी आश्रम से तेजगढ़ी चौराहे तक बनाने जा रहा है। इसका उद्धाटन महापौर हरिकांत अहलूवालिया द्वारा किया जाना है।
सड़क किनारे और डिवाइडर पर बिजली की लाइन अंडरग्राउंड करने का काम शुरू हो गया है। निगम अधिकारियों का कहना है कि 47 करोड़ की लागत से बनने वाली इस सड़क के दोनों तरफ नाला, पुलिया का चौड़ीचरण, तीन मीटर चौड़ा डिवाइडर बनाकर पौधरोपण होगा।
मुख्यमंत्री ग्रीन रोड योजना के तहत चमचमाती सड़क निर्माण का प्रस्ताव तीन माह पहले प्रदेश सरकार ने सभी नगर निगम से मांगा था, जिसमें पांच निगमों के प्रस्ताव निरस्त कर दिए, जबकि अन्य 11 निगमों के प्रस्ताव अभी प्रक्रिया में है।
मेरठ नगर निगम का प्रस्ताव शासन में पास हो गया और ऑनलाइन टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी। अमर उजाला ने 24 अगस्त के अंक में इसे प्रमुखता से प्रकाशित किया था। वायु गुणवत्ता का फोकस करते हुए प्रस्ताव बना था।
अंडरग्राउंड बिजली की लाइन, सड़क का चौड़ीकरण होगा। जाम से सड़क मुक्त होगी। नगर निगम के अधिशासी अभियंता (निर्माण) अमित शर्मा ने बताया कि महापौर इसका उद्धाटन करेंगे।
बिजली की लाइन को अंडरग्राउंड करने की जिम्मेदारी विद्युत विभाग और तीन मीटर चौड़े डिवाइडर पर पौधरोपण कराने के लिए वन विभाग के अधिकारियों को पत्र लिखा गया था, जिसमें विद्युत विभाग ने कार्य शुरू कर दिया है।
मोदीपुरम में वायाडक्ट का काम तेज:
दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर वायाडक्ट निर्माण अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। कॉरिडोर के मेरठ में आखिरी आरआरटीएस स्टेशन मोदीपुरम से पहले वायाडक्ट निर्माण कार्य किया जा रहा है। डायवर्जन के दौरान रैपिड रेल के एलिवेटेड ट्रैक के लिए तारिणी (लॉन्चिंग गैंट्री) की मदद से सेगमेंट लिफ्टिंग का काम समेत अन्य सिविल कार्य किए जाएंगे।
मेरठ नॉर्थ स्टेशन से मोदीपुरम को जोड़ने वाले वायाडक्ट पर बीच में कुछ स्पैन बाकी हैं। इसी के चलते नेशनल हाईवे-58 पर मोदीपुरम बाईपास, मिलांज मॉल कट से एसडीएस ग्लोबल कट पर केवल 100-150 मीटर के बीच अगले एक महीने तक रूट डायवर्ट रहेगा। इस दौरान हाईवे से गुजरने वाले वाहन चालकों को सिर्फ 100 मीटर के डायवर्जन में आने-जाने के लिए एक ही सड़क इस्तेमाल करने को मिलेगी(साभार एजेंसी)