(गोरखपुर)02अक्टूबर,2024.
पूर्वोत्तर रेलवे के सबसे उपेक्षित रूट रहे सीतापुर-पीलीभीत के बीच आमान परिवर्तन के बाद स्थितियां तेजी से बदल रही हैं। मैलानी-शाहगढ़-पीलीभीत (67.92 किमी) बड़ी रेल लाइन के खुल जाने से ट्रेन संचालन के लिए पूर्वोत्तर रेलवे की उत्तर रेलवे पर निर्भरता भी समाप्त हो गई है। अब लखनऊ-कानपुर व शाहजहांपुर-बरेली रूट व्यस्त होने पर गोरखपुर और लखनऊ से मैलानी-पीलीभीत के रास्ते बरेली होते हुए दिल्ली तक ट्रेनें चलाई जा सकेंगी। गोरखपुर से पीलीभीत तक सीधी ट्रेन सेवा शुरू भी हो गई है, जल्द ही इस रूट से आनंद विहार के लिए भी ट्रेन चलाने की तैयारी है।
पीलीभीत-शाहगढ़-मैलानी रेल खंड के आमान परिवर्तन का कार्य 672 करोड़ की लागत से हुआ है। इस रेल नेटवर्क के अपग्रेड होने से गोरखपुर और लखनऊ से पीलीभीत होकर दिल्ली एवं उत्तर भारत के अन्य नगरों के लिए एक अतिरिक्त मार्ग उपलब्ध हो गया है। पूर्वोत्तर रेलवे के अफसरों ने बताया कि हरियाणा की तरफ जाने वाली ट्रेन दिल्ली के रास्ते जाती हैं, जिस पर अत्यधिक भीड़ है। ऐसे में लखनऊ या गोरखपुर से पीलीभीत के रास्ते भी ट्रेन चलाने का विकल्प मिल गया है। गोरखपुर होकर चलने वाली लालकुआं-हावड़ा स्पेशल और लालकुआं-वाराणसी स्पेशल पीलीभीत होकर ही जाती है। जल्द ही गोरखपुर से एक ट्रेन पीलीभीत के रास्ते दिल्ली के आनंद विहार स्टेशन तक चलाने की तैयारी है(साभार एजेंसी)