थाईलैंड के फूलों से महकेगी “महाकुंभ नगरी”,काशी के नर्सरी में हो रही तैयारी

UP / Uttarakhand

(वाराणसी UP)21दिसम्बर,2024.

थाईलैंड के सजावटी पौधों और फूलों से महाकुंभ की नगरी का श्रृंगार होगा। फूल-पत्तियों से साधु-संतों और देवों की प्रतिकृति बनाई जा रही है। काशी में उग रहे विदेश के कार्मोना प्लांट, लिलियम, मैक्सिकन पीटोनिया, गोलटेन जैसे फूलों और काशी के डहेलिया, गुलदावदी, गुलाब और गेंदे के फूलों से कुंभ की आभा निखरेगी।

कुंभनगरी को सजाने के लिए बनारस की एक नर्सरी को जिम्मेदारी मिली है। नर्सरी से फूल भेजे जा रहे हैं। मांग के अनुसार वहां विदेशी फूलों और सजावटी पत्तियों का भी इस्तेमाल होगा। फूलों से साधु, संत, देवताओं की आकृति, स्वागत के लिए तोरणद्वार आदि तैयार किए जा रहे हैं।

नर्सरी संचालक दिनेश कुमार मौर्या और महेश ने बताया कि विदेशी पौधे व फूलों से सजावट की जा रही है। इसमें थाइलैंड के कार्मोना प्लांट की पत्तियों से हर तरह के स्टेच्यू बनाए जा रहे हैं। कुंभनगरी में 10 लाख से अधिक फूलों और पत्तियों से सजाए जाएंगे।

मंडियों से भी जाएंगे फूल:
महाकुंभ में बनारस की फूल मंडियों से भी फूल भेजे जाएंगे। इंग्लिशिया लाइन फूल मंडी के संचालक विशाल दुबे ने बताया कि कुंभ मेला में साधु-संतों के आश्रमों की सजावट और पूजा के लिए फूलों की मांग होती है। इसलिए यहां से भी फूल भेजे जाएंगे। यहां से गेंदे, गुलाब, रजनी आदि फूल भेजे जाएंगे।

मालवीय भवन में दिखेगी महाकुंभ की झांकी:
महामना पं. मदन मोहन मालवीय की जयंती पर बीएचयू के मालवीय भवन में लगने वाली पुष्प प्रदर्शनी में इस बार महाकुंभ की झांकी लोगों को देखने को मिलेगी। काशी विश्वनाथ मंदिर और बीएचयू के सिंह द्वार की झांकी भी रंग बिरंगे फूलों से सजाई जाएगी। प्रदर्शनी का शुभारंभ 25 दिसंबर को होगा।

पिछली बार प्रदर्शनी में फूलों से बने राम मंदिर ने लोगों को आकर्षित किया था। इस बार महाकुंभ की झांकी बनेगी। इसमें 8000 फूल लगाए जाने हैं। तीन दिवसीय प्रदर्शनी के अंतिम दिन परिणाम घोषित होंगे। प्रदर्शनी में कोलियस, शोभाकारी पौधे और रंगीन पत्तियों के समूह, गुलदावदी के कटे फूल, गुलाब के कटे फूल लीलियम, जरबेरा आदि फूल प्रदर्शित किया जाएगा।

नगर निगम ने गठित की क्यूआरटी:
महाकुंभ की तैयारियों के मद्देनजर नगर निगम क्यूआरटी का गठन किया है। टीम को किराये पर गाड़ियों के साथ सीवर समस्या के समाधान की जिम्मेदारी दी गई। जैसे सूचना मिलेगी वैसे ही टीम मौके पर पहुंचकर समस्या का समाधान कराएगी। मंदिर और घाट क्षेत्रों के लिए 100 अतिरिक्त कर्मचारियों को लगाया जा रहा है। जो तीन शिफ्टों में मंदिर के आसपास साफ-सफाई का काम देखेंगे। इसके अलावा कैंट स्टेशन से घाट तक के मुख्य मार्गों को दुरुस्त कराया जाएगा। इन मार्गों की खराब लाइट्स को ठीक कराया जाएगा। नाले और नालियों की मरम्मत होगी। नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने बताया कि महाकुंभ को ध्यान में रखकर नगर निगम और जलकल में क्यूआरटी का गठन किया गया है(साभार एजेंसी)

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