(वाराणसी UP)22फरवरी,2025.
महाशिवरात्रि पर श्रीकाशी विश्वनाथ लगातार 46.30 घंटे तक श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे। 26 फरवरी को अलसुबह 2.30 बजे मंगला आरती के बाद श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे। इसके बाद 28 फरवरी की रात एक बजे तक बाबा श्रद्धालुओं को झांकी दर्शन होंगे। यानी बाबा विश्वनाथ 26 से 28 फरवरी के बीच सिर्फ डेढ़ घंटे विश्राम करेंगे।
महाशिवरात्रि पर सप्तऋषि और श्रृंगार आरती नहीं होगी। इस बीच 26 फरवरी की रात आठ घंटे तक मंदिर परिसर में ही बाबा के विवाहोत्सव की रस्में निभाई जाएंगी। बाबा का श्रृंगार और पूजन होगा।
महाशिवरात्रि पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। 14 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। ऐसे में बाबा लगातार दो दिन तक श्रद्धालुओं को दर्शन देते रहेंगे। महाशिवरात्रि पर बाबा के शृंगार, पूजन और आरती में बदलाव किया गया है। पूरी रात मंदिर का गर्भगृह खुला रहेगा।
मंदिर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि 26 फरवरी को अलसुबह में 2.30 बजे मंगला आरती होगी। मंगला आरती के बाद आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे। इसके बाद लगातार बाबा श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे।
एक घंटे पहले निकलेगी अखाड़ों की पेशवाई
महाशिवरात्रि पर भीड़ को देखते हुए अखाड़ों की पेशवाई एक घंटे पहले निकलेगी। यानी सुबह छह की जगह पांच बजे ही पांच अखाड़े एक साथ श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में पहुंचेंगे और दर्शन करेंगे। वह मंदिर में दो से तीन घंटे तक दर्शन करेंगे। दो और अखाड़े भी राजसी यात्रा के साथ मंदिर पहुंचकर दर्शन करेंगे।
मंदिर में इनके लिए अलग से लाइन लगाकर दर्शन करेंगे। एडीएम सिटी आलोक वर्मा ने पुलिस अधिकारियों संग शुक्रवार को अखाड़ों से संपर्क कर पेशवाई की समय को लेकर चर्चा की। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम गिरि ने बताया कि महाकुंभ से लौटने के बाद महाशिवरात्रि पर बाबा के दर्शन के लिए हनुमान घाट से सुबह छह बजे पेशवाई निकाली जाती है। मगर, प्रशासन की अपील पर एक घंटे पहले पांच बजे से पेशवाई निकाली जाएगी(साभार एजेंसी)