प्री.मानसून से बनारस में हुई14 प्रतिशत ज्यादा बारिश,पूर्वांचल में 17प्रतिशत ज्यादा बरसे बादल

UP / Uttarakhand

(वाराणसी UP)31मई,2025.

पूर्वांचल में इस बार प्री मानसून मेहरबान रहा। औसत से 17 फीसदी ज्यादा बारिश हुई। एक मार्च से लेकर 29 मई तक 37.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। जबकि औसत 32.1 मिमी का रहा है।

बनारस के आसपास मऊ, बलिया, गाजीपुर और सोनभद्र में सामान्य से ज्यादा तो वहीं चंदौली, आजमगढ़, जौनपुर, मिर्जापुर और भदोही में औसत से भी आधी बारिश हुई। इन्हीं 10 में से दो जिलों गाजीपुर और बलिया को बहुत ज्यादा बारिश (लार्ज एक्सेस) और एक जिला चंदौली को बहुत कम (लार्ज डेफिसिट) बारिश वाला घोषित किया गया।

बनारस में प्री मानसून के 90 दिनों में सामान्य से 14 फीसदी ज्यादा बारिश हुई। 1 मार्च से 30 मई तक 26.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। जबकि औसतन 23.1 बारिश होती है। बीते 90 दिनों में 20 से ज्यादा दिन बारिश हुई या बादल छाने के साथ हल्की बूंदाबांदी हुई।
अप्रैल के अंत और मई की शुरुआत में कई दिनों तक बादल ही छाए रहे और बूंदाबांदी होती रही। बनारस में प्री मानसून के दौरान सबसे ज्यादा बारिश 2007 में 95 एमएम से ज्यादा हुई थी। वहीं पिछले साल बनारस में मानसून के सीजन में औसत से 5 फीसदी कम 769.5 एमएम बारिश हुई थी, जबकि सामान्य तौर पर 812 एमएम का आंकड़ा है।

बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मऊ में 29 फीसदी, बलिया में 85 फीसदी, गाजीपुर में 83 फीसदी और सोनभद्र में 13 फीसदी ज्यादा बारिश हुई। सबसे खराब हालत बनारस के बगल में चंदौली का रहा। यहां पर प्री मानसून के दौरान 73 फीसदी कम पानी बरसा। जबकि भदोही में 51 फीसदी, मिर्जापुर में 42 फीसदी, जौनपुर में 43 सदी और आजमगढ़ में 44 फीसदी कम बारिश हुई।

वैज्ञानिक ढंग से नहीं हो रहा वनीकरण:
बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि प्री मानसून के दौरान 200 किलोमीटर के ही रेंज में बारिश के आंकड़ों में काफी उतार-चढ़ाव देखे गए। बीते पांच साल में ऐसी स्थिति बनी है। वैज्ञानिक से ढंग से वनीकरण न होना और जंगलों में कटते पेड़ इसके पीछे प्रमुख वजह हैं।

बनारस से 700 किमी दूर है मानसून, सुबह 11 बजे तक तापमान 40 डिग्री के पार रहा, अधिकतम पारा 41 डिग्री सेल्सियस
वाराणसी। मानसून की गति बढ़ने के साथ ही गर्मी का मीटर भी ऊपर चढ़ता जा रहा है। मानसून के बादल बनारस से सिर्फ 700 किलोमीटर की दूरी पर मंडरा रहे हैं, मगर बनारस में सूरज देव की गर्मी बर्दाश्त से बाहर होती जा रही है। मानसून 14 दिन पहले ही बिहार बॉर्डर के नजदीक पहुंच गया है।

दोपहर से ज्यादा कष्ट सुबह की गर्मी से दे रही है। 11 बजे तक तापमान 40 डिग्री तक पहुंच जा रहा है। शुक्रवार को शहर का तापमान सामान्य से 0.6 डिग्री ऊपर 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री ऊपर 28.4 डिग्री सेल्सियस तक चला गया।

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले 3-4 दिनों तक बारिश की उम्मीद कम ही है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल कुमार सिंह ने कहा कि सतही स्तर पर चल रही नम पुरवा हवा पछुआ के साथ टकराकर प्रतिक्रिया हो रही है, जिसके चलते आंधी माफिक हवा बह रही है।(साभार एजेंसी)

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