औद्योगिक सहयोग,पर्यटन और शिक्षा में साथ काम करेंगे यूपी और जापान,सीएम योगी से मिले जापानी गर्वनर

UP / Uttarakhand

(लखनऊ UP)24दिसम्बर,2024.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जापान के यामानाशी प्रांत के राज्यपाल कोटारो नागासाकी के साथ आए प्रतिनिधि मंडल का स्वागत करते हुए कहा कि राज्य सरकार जापानी कंपनियों के साथ सहयोग करने की इच्छुक है। वैश्विक निवेशक सम्मेलन के पार्टनर कंट्री के रूप में भी जापान का बड़ा सहयोग मिला। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार और यामानाशी प्रीफेक्चर (जापान) के मध्य औद्योगिक सहयोग, पर्यटन और वोकेशनल शिक्षा के क्षेत्र में एमओयू किया गया। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और यामानाशी प्रांत के गवर्नरस पॉलिसी प्लानिंग ब्यूरो के महानिदेशक जुनीची इशिदेरा ने एमओयू का आदान प्रदान किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जापानी प्रतिनिधिमंडल से जापानी भाषा में भी संवाद किया। यूपी नाम को विस्तार देते हुए कहा -अनलिमिटेड पोटेंशियल का स्टेट। अनलिमिटेड पोटेंशियल वाले इस राज्य में आप को सुखद अनुभव होगा। उन्होंने कहा कि भारत और जापान के संबंध सदियों से मैत्रीपूर्ण रहे हैं। आज जब दुनिया के तमाम देश युद्ध से घिरे हैं, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान बुद्ध के संदेश के माध्यम से दुनिया को शांति-सौहार्द व एकता के सूत्र में बांध रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूपी व जापान के बीच हुआ एमओयू प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता का परिणाम है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में कार्यरत सात प्रमुख कंपनियों (मित्सुई टेक्नोलॉजीज, होंडा मोटर्स, यामाहा मोटर्स, डेंसो, टोयोड्रंक, निसिन एबीसी लॉजिस्टिक्स, सेकिसुई डी.एल.जे.एम. मोल्डिंग) सहित 1,400 से अधिक जापानी कंपनियां भारत में काम कर रही हैं।

उन्होंने कहा कि भारत और जापान के बीच आर्थिक सहयोग अत्यंत समृद्ध हैं। दोनों देशों के मध्य वित्तीय वर्ष 2023-24 में 22.854 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ है। इस अवधि में जापान से भारत को 17.69 अरब अमेरिकी डॉलर का निर्यात किया गया तथा 5.15 अरब डॉलर का आयात किया गया।

बेहतर माहौल है तैयार:
सीएम योगी ने कहा कि आठ वर्षों में हमने प्रदेश में निवेश के लिए बेहतरीन माहौल तैयार किया है। रेल, रोड, एयर और वॉटर वेज की बेहतरीन कनेक्टिविटी है। उत्तर प्रदेश ने स्वयं को 13 वर्तमान एवं आगामी एक्सप्रेसवेज़ के साथ ”एक्सप्रेसवे राज्य” के रूप में स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि यामानाशी प्रीफेक्चर और उत्तर प्रदेश दोनों में एक बड़ी साम्यता है। दोनों ही लैंडलॉक्ड स्टेट हैं, दोनों की अपनी सीमाएं हैं। उत्तर प्रदेश ने अपनी इस समस्या को एक चुनौती के रूप में लिया है और अब हमने ड्राई पोर्ट्स को विकसित किया है।

सीएम ने बताया कि वाराणसी में 100 एकड़ में भारत का पहला फ्रेट विलेज” विकसित हो रहा है। सीएम ने कहा कि जापान और भारत के बीच शताब्दियों से गहरे सांस्कृतिक संबंध रहे हैं। भगवान गौतम बुद्ध के पिता महाराज शुद्धोधन की राजधानी कपिलवस्तु, पहला उपदेश स्थल सारनाथ, सर्वाधिक चातुर्मास प्रवास स्थल श्रावस्ती, महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर सहित भगवान बुद्ध के अनेक स्मृतियां यहां संजोयी गई हैं। भगवान बुद्ध के इस स्थलों को आपस मे जोड़ते हुए हमने बौद्ध सर्किट विकिसित किया है। उन्होंने इन स्थलों पर जाने का अनुरोध किया। जापान के यामानाशी प्रांत के माननीय राज्यपाल कोटारो नागासाकी ने कहा कि यामानाशी प्रीफेक्चर और उत्तर प्रदेश के मध्य आध्यात्मिक एवं ऐतिहासिक संबंध रहे हैं। उन्हाेंने एमओयू पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि जापान लेबर स्किल्ड डवलपमेंट, रिन्यूएबल एनर्जी, हाइड्रो पॉवर, ज्ञान और तकनीक के आदान प्रदान में परस्पर सहयोग प्रदान करेगा(साभार एजेंसी)

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