अयोध्या प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर आधारित स्मारिका का विमोचन

UP / Uttarakhand

(अयोध्या UP)01अप्रैल,2025.

रामलला की भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की तिथि 22 जनवरी यानी पौष शुक्ल द्वादशी इतिहास के पन्नों में अंकित हो चुकी है। इस तिथि पर आयोजित समारोह की भव्यता के बारे में आने वाली पीढ़ियां भी जान सकेंगी। राम मंदिर ट्रस्ट ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह की स्मारिका तैयार की है। इसका विमोचन कारसेवक पुरम में एक भव्य समारोह मे हुआ।

राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि 250 पेज की एक स्मारिका तैयार की गई है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में देश भर के 800 मेहमान शामिल हुए थे।उन्होंने बताया कि 250 पेज की स्मारिका में अयोध्या समेत देश भर के 90 संत धर्माचार्यों के भाव शामिल किए गए हैं। उस दिन उनके मन में क्या भाव थे, यह बताने की कोशिश की गई है।

समारोह की तैयारी से लेकर प्राण प्रतिष्ठा तक की यात्रा को भी बताया गया है। उन्होंने बताया कि स्मारिका में सिर्फ प्राण प्रतिष्ठा उत्सव की जानकारी ही नहीं दी गई है बल्कि इस दिन के लिए क्या-क्या बलिदान देना पड़ा, सुदीर्घ संघर्ष यात्रा का भी जिक्र किया गया है। स्मारिका में मंदिर आंदोलन की जानकारी दी गई है। इसके अलावा हाईकोर्ट के उस निर्णय को भी स्मारिका में अंकित किया गया है जो बाद में सुप्रीम कोर्ट जाने का आधार बना।

विमोचन समारोह का संचालन विहिप के धर्माचार्य संपर्क प्रमुख अशोक तिवारी ने किया। कार्यक्रम में जगद्गुरु श्रीधराचार्य, महंत वैदेही वल्लभ शरण, महंत मुरली दास, महंत धर्मदास, महंत गौरी शंकर दास, महंत गिरीश दास, महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी, पूर्व सांसद लल्लू सिंह, विहिप के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक दिनेश चंद्र, राम मंदिर के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र और विधायक अभय सिंह मौजूद रहे।

दक्षिण भारतीय फिल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता और कई धारावाहिकों में अभिनय कर चुके प्रशांत गोपाल शास्त्री ने पत्नी हेमा समेत श्रीरामलला के समक्ष भरतनाट्यम की भक्तिमय प्रस्तुति दी। युगल जोड़ी का संगीत से जुड़ाव पीढ़ियों से है। प्रभु की आराधना में ‘श्रीराम चन्द्र कृपालु भजमन’ के साथ हनुमान चालीसा पर मनमोहक भरत नाट्यम प्रस्तुत किया। एक रचना कर्नाटक की थी। शाम को दोनों कलाकारों ने आधा घंटे की प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। (साभार एजेंसी)

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