(वाराणसी UP)13मई,2025.
आईआईटी बीएचयू में 13 वैज्ञानिकों को रिसर्च और नवाचारों को विकसित कर बाजार तक पहुंचाने का अवसर दिया गया है। चयनित स्टार्टअप प्रोटोटाइप डिवाइस विकसित करने के लिए धनराशि भी दी जाएगी। ज्वाइंट इन्क्यूबेशन सेंटर में ऑनलाइन पिच डेक मूल्यांकन सत्र हुआ।
13 वैज्ञानिकों ने अपने इनोवेटिव विचारों और समाधानों को रखा। आई-3 फाउंडेशन की पहल पर संस्थान में चल रहे प्रोजेक्ट और बाजार की संभावनाओं का मूल्यांकन किया गया। इसका मकसद उपयुक्त तकनीक विकसित किया जाना है।
आईआईटी मद्रास के मुख्य विपणन अधिकारी एम. सुब्रमणियन और मुख्य नवाचार अधिकारी आनंद के वी, वहीं आईआईटी-बीएचयू के कुमार सिद्धार्थ, वैभव सिंह, प्रशांत मिश्रा और सुधांशु मित्तल शामिल रहे। संस्थान स्थित उद्यमिता एवं नवाचार के प्रोफेसर-इन-चार्ज प्रो. एमके मेश्राम ने कहा कि संकायों में चल रहे नवाचारों की राष्ट्रीय चुनौतियों के समाधान में बेहतर भूमिका होगी।(साभार एजेंसी)