(अयोध्या UP)24मई,2025.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हनुमानगढ़ी में नवनिर्मित हनुमत कथा मंडपम का लोकार्पण कर अयोध्या के धर्म-संस्कृति के आकाश में एक नया तारा जड़ा, जो युगों तक रोशनी बिखरेगा। सीएम ने अयोध्या की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक प्रगति की चर्चा की और सनातन धर्म की रक्षा की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि सनातन धर्म विश्व का मार्गदर्शन करने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि हनुमानगढ़ी भक्ति, शक्ति, बुद्धि और युक्ति का संगम ही नहीं है बल्कि सनातन धर्म का एक अडिग गढ़ भी है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में अयोध्या को अव्यवस्थाओं में झोंककर इसे अपमानित किया था। वहीं 2014 और 2017 के बाद डबल इंजन की सरकार में अयोध्या का विकास डबल स्पीड से हुआ है।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत हनुमानगढ़ी के त्रेतायुगीन टीले को कोटि-कोटि नमन करते हुए की। उन्होंने बाबा अभयराम दास जी महाराज को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि यह श्रीहनुमत कथा मंडपम बाबा अभयराम दास जी की दूरदर्शिता और वैष्णव अखाड़ों की सनातन परंपरा का जीवंत प्रतीक है। कहा कि हनुमानगढ़ी केवल एक मंदिर नहीं, बल्कि सनातन धर्म की रक्षा के लिए योद्धा भाव का प्रतीक है। हनुमानगढ़ी के नागाओं का आह्वान करते हुए बोले कि आपका इतिहास सनातन धर्म के उस कालखंड की सेना के रूप में जाना जाता है, जब देश विधर्मियों आक्रांताओं से त्रस्त था। तब अखाड़ों ने सनातन धर्म की रक्षा के लिए स्वयं को समर्पित किया था।
इससे पहले सीएम योगी ने वैदिक मंत्रोच्चारों के मध्य फीता काटकर हनुमत कथा मंडपम का लोकार्पण किया। मंच पर हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन महंत प्रेमदास ने चांदी का मुकुट व गदा भेंट कर सीएम का अभिनंदन किया। संचालन महंत डॉ. महेश दास ने किया। एकादशी के अवसर पर सीएम ने हनुमानगढ़ी के संतों संग फलाहार भी किया। मुख्यमंत्री ने हनुमत कथा मंडपम के निर्माण में सराहनीय कार्य करने वालों अंकित जायसवाल, रंजीत जायसवाल, विपुल अग्रवाल, संजय सिंह व विनय सिंह समेत हनुमानगढ़ी के मुख्तार जयप्रकाश श्रीवास्तव को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में महंत संतराम दास, महंत मुरलीदास, महंत रामचरण दास, सरपंच महंत रामकुमार दास, महंत नंदराम दास, महंत बिंदुगाद्याचार्य स्वामी देवेंद्रप्रसादाचार्य, महंत अवधेश दास, जगद्गुरु परमहंसाचार्य, राजेश दास पहलवान, मामा दास, पुजारी रमेश दास, पुजारी हेमंत दास, पुजारी राजूदास, पहलवान मनीराम दास, महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी, करुणाकर पांडेय समेत अन्य मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने अयोध्या के विकास की विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि 2014 और 2017 से पहले अयोध्या अव्यवस्था, टूटी-फूटी सड़कों, बिजली की कमी और गंदगी से जूझ रही थी। 2017 के बाद डबल इंजन की सरकार ने अयोध्या को नया स्वरूप दिया। आज अयोध्या देश के हर कोने से रेलवे के माध्यम से जुड़ गया है। बिजली की समस्या इतिहास बन चुकी है।
उन्होंने हनुमानगढ़ी के विकास के लिए डबल इंजन की सरकार के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। संतों और नागाओं से आह्वान किया कि वे सनातन धर्म के कार्यक्रमों को और भव्य बनाएं। सीएम योगी ने कहा कि हमें अपने मित्र और शत्रु को पहचानना होगा। जो सनातन धर्म के मार्ग में बाधा डालते हैं, उन्हें चिह्नित कर सरकार और प्रशासन को सूचित करना होगा। हनुमान जी की तरह हमें विघ्नों को पार करते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त करना है।
सीएम योगी ने गोरक्षपीठ और अयोध्या के ऐतिहासिक संबंधों का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके गुरु महंत अवैद्यनाथ जी महाराज, विहिप के अशोक सिंहल जी और दिगंबर अखाड़े के महंत रामचंद्र जी महाराज ने श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन को मजबूती दी। उनके प्रयासों का ही परिणाम है कि आज हम श्रीराम लला के भव्य मंदिर को देख रहे हैं। हनुमानगढ़ी ने भी इस संकल्प को आगे बढ़ाया और यह मंडपम इसका जीवंत उदाहरण है।
लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी को किया नमन
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के शहीद लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार वीरगति प्राप्त करने वाले हमारे वीरों के परिवारों को 50 लाख रुपये, एक सदस्य को सरकारी नौकरी और शहीद के नाम पर स्मारक बनाकर सम्मान देने का काम रही है।
इनसेट
सनातन की रक्षा को डटी रहेगी हनुमानगढ़ी
अयोध्या। लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए गद्दीनशीन महंत प्रेमदास ने कहा कि हनुमत कथा मंडपम सर्वे भवंतु सुखिन: का केंद्र बनकर उभरेगा। सीएम योगी के नेतृत्व में जिस तरह अयोध्या नव्य-भव्य रूप ले रही है, हनुमानगढ़ी उसमें अपना योगदान देने को तैयार है। हनुमत कथा मंडपम अयोध्या के आध्यात्मिक गौरव को और भी सशक्त बनाएगा। अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता महंत गौरीशंकर दास ने कहा कि जहां सनातन विरोधी हैं, उनके खिलाफ हनुमानगढ़ी सदैव डटी रहेगी। मुख्यमंत्री सनातन की धर्मध्वजा लहरा रहे हैं। संत समाज उनके साथ कदमताल करने को सदैव तत्पर है। महंत डॉ. महेश दास ने कहा कि हनुमानगढ़ी न कभी डिगी है, न डरी है। जब भी हनुमानगढ़ी की जरूरत पड़ती है, हम सनातन, हिंदू संस्कृति की गौरव-गरिमा के लिए तत्पर रहते हैं और आगे भी रहेंगे। सागरिया पट्टी के उत्तराधिकारी महंत संजय दास ने कहा कि यह उद्घाटन केवल एक भवन का उद्घाटन नहीं, बल्कि श्रद्धा, भक्ति और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का उद्घोष है। यह मंडपम सनातन संस्कृति के उत्कर्ष का प्रमुख केंद्र बनेगा (साभार एजेंसी)