(लखनऊ,UP)24जुलाई,2025.
उत्तर प्रदेश में आईटीआई के बाद 121 राजकीय पॉलीटेक्निक संस्थानों को अपग्रेड करने के लिए टाटा टेक्नोलॉजी लिमिटेड (टीटीएल) के सहयोग से 6935 करोड़ खर्च किए जाएंगे। इसके तहत टीटीएल व उसके कंसोर्टियम में शामिल 12 से अधिक कंपनियां राजकीय पॉलीटेक्निक संस्थानों में पूरा सेटअप तैयार करेंगी, जहां छात्रों को मैनुफेक्चरिंग से जुड़ी प्रैक्टिकल जानकारियां मिल सकेंगी।
उत्तर प्रदेश के पॉलीटेक्निक संस्थानों में अभी पुराने पाठ्यक्रम चल रहे हैं। संस्थानों को अपग्रेड करके यहां के छात्रों के लिए एआई, रोबोटिक्स, मौन्युफैक्चरिंग आदि से जुड़े अत्याधुनिक कोर्स शुरू करने की तैयारी है। टीटीएल के सहयोग से अपग्रेड किए जाने वाले पॉलीटेक्निक संस्थानों में 12 नए कोर्स शुरू किए जाएंगे। पाठ्यक्रम भी अपग्रेड किया जा रहा है।
वहीं अब टीटीएल के साथ एमओयू कर जल्द संस्थानों का अपग्रेडेशन किया जाएगा। प्राविधिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव नरेंद्र भूषण ने बताया कि इस अपग्रेडेशन में न सिर्फ बिल्डिंग, वर्कशॉप, लैब, सॉफ्टवेयर आदि शामिल होंगे बल्कि छात्रों को भौतिक रूप से प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इसके लिए मोबाइल, कार, फ्रिज जैसी चीजें बनाने का पूरा सेटअप तैयार किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि अपग्रेड होने वाले पॉलीटेक्निक एक छोटी इंडस्ट्री के रूप में विकसित किया जाएंगे। टीटीएल रोबोटिक्स, एआई, मैन्युफैक्चरिंग से जुड़ा पूरा सेटअप इन संस्थानों में लगाएंगी। यहां पर प्रोडक्टिव डिजाइनिंग से जुड़ी चीजें भी युवाओं को सिखाई जाएंगी। टीटीएल की ओर से छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों को भी ट्रेनिंग दी जाएगी। जब तक शिक्षक ट्रेंड होंगे, तब तक टीटीएल के इंस्ट्रक्टर युवाओं को प्रशिक्षण देंगे।
ट्रेनिंग प्लेसमेंट सेल स्थापित कर दिलाएंगे रोजगार:
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि पॉलीटेक्निक संस्थानों के अपग्रेडेशन के साथ ही टीटीएल की ओर से यहां पर ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल भी स्थापित किए जाएंगे। यहां पर प्रशिक्षण देने के साथ ही प्लेसमेंट सेल के माध्यम से युवाओं को विभिन्न कंपनियों में रोजगार भी दिलाने का काम किया जाएगा। युवाओं को तीसरे साल में ही टीटीएल उद्योगों के अनुरूप तैयार करेगा। फिर इनका सेवायोजन भी किया जाएगा। युवाओं को टीटीएल की ओर से सॉफ्ट स्किल की भी जानकारी दी जाएगी(साभार एजेंसी)