( गोरखपुर,UP)11अगस्त,2025.
नेपाल की पहाड़ियों पर हो रही बारिश की वजह से सरयू का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। रविवार को नदी बरहज (देवरिया) में खतरे के निशान से 1.05 मीटर ऊपर पहुंच गई। राप्ती नदी भी खतरे से निशान से मात्र डेढ़ मीटर ही नीचे बह रही है।
दोनों नदियों का जलस्तर बढ़ने से बड़हलगंज क्षेत्र के पांच गांवों बगहा, ज्ञानकोल, नेतवारपट्टी, बिहुआ मुस्तकील और कोटिया निरंजन में बाढ़ का पानी भर गया है। इन गांवों में प्रशासन ने पांच स्थानों पर नाव लगवा दी है और प्रभावित लोगों में भोजन के पैकेट बंटवाए जा रहे हैं।
नेपाल की ओर से बहराइच स्थित सरयू बैराज से इधर रोजाना साढ़े तीन लाख क्यूसेक पानी सरयू नदी में छोड़ा जा रहा है। इसकी वजह से नदी में तेजी से पानी बढ़ा है। नदी बरहज, देवरिया में खतरे के निशान से एक मीटर पांच सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गई है। सरयू नदी आगे बलिया जिले में गंगा नदी में मिल जाती है। गंगा का जलस्तर अभी भी बढ़ा हुआ है।
इसके चलते सरयू का पानी गोरखपुर और देवरिया में आने लगा है। गोरखपुर में राप्ती नदी का जलस्तर भी बढ़ा हुआ है। नदी अभी भी खतरे के निशान से 1.54 मीटर नीचे है। यह नदी बड़हलगंज इलाके में सरयू में मिलती है। राप्ती और सरयू का यह पानी बड़हलगंज इलाके के गांवों में फैल गया है। बाढ़ पीड़ितों के लिए रविवार को 2100 लंच पैकेट बंटवाए गए। इसके अलावा पांच नाव लगा दी गई हैं।
केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, सरयू नदी का जलस्तर बीते 24 घंटे में 10 सेंटीमीटर बढ़ा है। सिंचाई विभाग के अभियंताओं के मुताबिक, अभी एक से दो दिन तक जलस्तर बढ़ने की आशंका है। वहीं राप्ती के जलस्तर में मामूली बढ़ोतरी हुई है। बीते 24 घंटे में इस नदी के जलस्तर में तीन सेमी बढ़त दर्ज की गई है।
हालांकि राहत की बात है कि रोहिन नदी का जलस्तर तेजी से नीचे आ रहा है। त्रिमुहानी घाट पर नदी खतरे के निशान से 2.86 मीटर नीचे बह रही है। गोर्रा नदी पिड़राघाट में खतरे के निशान से 1.40 मीटर नीचे बह रही है। बीते 24 घंटे में नदी का जलस्तर पांच सेमी कम हुआ है।
वर्जनगंगा नदी का जलस्तर बलिया में एक मीटर कम हुआ है। हालांकि वह अभी भी खतरे के निशान से दो मीटर ऊपर बह रही है। एक मीटर पानी और नीचे जाएगा, तब सरयू नदी का जलस्तर भी तेजी से घटना शुरू होगा क्योंकि सरयू बलिया में गंगा में जाकर मिलती है। अनुमान है यदि इसी तरह से हालात रहे तो एक से दो दिन में सरयू का जलस्तर बरहज में भी कम होने लगेगा: विकास कुमार सिंह, मुख्य अभियंता, सिंचाई विभाग,उ.प्र.(साभार एजेंसी)