( नई दिल्ली )15अगस्त,2025.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दुकानदारों और व्यापारियों से अपील की है कि वे अपनी दुकानों के बाहर ऐसे बोर्ड लगाएं जिसमें लिखा हो कि वे केवल भारतीय उत्पाद ही बेचते हैं। स्वदेशी अर्थात भारत में निर्मित उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग मजबूरी में नहीं, बल्कि अपनी ताकत के रूप में करना चाहिए। स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में मोदी ने आत्मनिर्भर भारत पर जोर दिया।
मोदी ने कहा, “मैं हर व्यापारी और दुकानदार से अपील करना चाहता हूं कि यह आपकी भी जिम्मेदारी है… मैं चाहता हूं कि दुकानदार और व्यापारी आगे आएं और अपनी दुकानों के बाहर लिखें कि ‘यहां स्वदेशी माल बिकता है’।” उन्होंने कहा, “हमें स्वदेशी पर गर्व होना चाहिए, हमें स्वदेशी को मजबूरी के कारण नहीं, बल्कि अपनी ताकत के रूप में अपनाना चाहिए।”
समृद्ध भारत’ के लिए आत्मनिर्भरता जरूरी: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी:
15 अगस्त पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लड़ाकू विमान इंजन से लेकर इलेक्ट्रिक वाहन और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) तक के क्षेत्रों में देश को ‘आत्मनिर्भर’ बनाकर ‘समृद्ध भारत’ का आह्वान किया। पीएम ने कहा कि जब वैश्विक स्तर पर ‘आर्थिक स्वार्थ’ बढ़ रहा है, इसे देखते हुए भारत को एक बड़ी रेखा खींचनी होगी।
अपने 12वें और सबसे लंबे स्वतंत्रता दिवस संबोधन प्रधानमंत्री ने कई बड़ी घोषणाएं की। इनमें अगली पीढ़ी के सुधारों के लिए एक टास्क फोर्स का गठन, वस्तुओं पर कर राहत देकर दीवाली पर दोहरा उपहार, जीएसटी सुधार, ऊर्जा में आत्मनिर्भरता के लिए एक राष्ट्रीय गहरे पानी की खोज मिशन और 2035 तक एक स्वदेशी “सुदर्शन चक्र” रक्षा प्रणाली आदि शामिल हैं।
पीएम ने लाल किले की प्राचीर से कहा, “यह समय की मांग है कि हमें संकट के समय में रोना नहीं चाहिए, बल्कि साहस के साथ एक बड़ी लकीर खींचनी चाहिए।” उन्होंने सरकार के प्रमुख के रूप में अपने लगभग 25 वर्षों के अनुभव का हवाला देते कहा कि यदि भारत यह रास्ता चुनता है तो कोई भी स्वार्थ देश को नहीं फंसा सकता।
पीएम मोदी ने किया स्वदेशी, आत्मनिर्भरता और नवाचार का आह्वान:
पीएम मोदी ने सेमीकंडक्टर, सोशल मीडिया, उर्वरक और फार्मा सहित विभिन्न क्षेत्रों में स्वदेशी, आत्मनिर्भरता और नवाचार का व्यापक आह्वान ऐसे समय पर किया, जब अमेरिका के साथ देश के संबंधों में तनाव है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्यापार पर दबाव बनाने के लिए भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने का फैसला किया है। हालाकि, पीएम मोदी ने अमेरिका के साथ तनाव के मुद्दे का अपने संबोधन में सीधा-सीधा कोई संदर्भ नहीं दिया है। प्रधानमंत्री ने अपने “समृद्ध भारत” के आह्वान की तुलना स्वतंत्रता सेनानियों के “स्वतंत्र भारत” के लक्ष्य से की।
उन्होंने देश के 79वें स्वतंत्रता दिवस पर कहा कि यदि असंख्य बलिदानों से स्वतंत्र भारत का सपना साकार हो सकता है, तो असंख्य लोगों की कड़ी मेहनत और संकल्प, आत्मनिर्भरता और वोकल फॉर लोकल की खोज के साथ मिलकर समृद्ध भारत भी बना सकते हैं।
वर्तमान पीढ़ी खुद को समृद्ध भारत के लिए समर्पित करे:
प्रधानमंत्री ने कहा, “उस पीढ़ी ने ‘स्वतंत्र भारत’ के लिए खुद को बलिदान कर दिया। इस पीढ़ी को खुद को ‘समृद्ध भारत’ के लिए समर्पित करना चाहिए। भारत को समृद्ध बनाने के लिए नए कदम उठाना समय की मांग है।” उन्होंने कहा कि यह किसी एक राजनीतिक दल का एजेंडा नहीं है, क्योंकि देश सभी का है। उन्होंने कहा, “यदि यह हमारा सामूहिक संकल्प है, तो हम बहुत कम समय में विश्व को बदल देंगे।” स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में पहली बार मोदी ने घुसपैठ के मुद्दे को उठाया और कहा कि यह देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा के लिए एक चुनौती है। उन्होंने इस “गंभीर संकट” से निपटने के लिए एक उच्चस्तरीय जनसांख्यिकी मिशन की घोषणा की।(साभार एजेंसी)