(नई दिल्ली) 01जुलाई,2024.
केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल तथा श्रम और रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने नई दिल्ली में भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) द्वारा आयोजित औपचारिक विदाई समारोह में भाग लिया। उनके साथ केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी और भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष डॉ. पी.टी. उषा भी इस समारोह में उपस्थित थीं।
इस कार्यक्रम के दौरान, केन्द्रीय मंत्री ने भारतीय टीम की तीन किट (औपचारिक पोशाक, प्लेइंग किट और खेल के दौरान उपयोग होने वाले जूते और यात्रा संबंधी सामग्री) का अनावरण किया। पेरिस ओलंपिक के लिए प्रस्थान करने वाले भारतीय एथलीट भारतीय ओलंपिक संघ द्वारा आयोजित एक औपचारिक विदाई समारोह में अपनी संभावनाओं को लेकर बेहद उत्साहित थे।
सभा को संबोधित करते हुए, डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि सभी भारतीयों ने देश के उन एथलीटों की कड़ी मेहनत, समर्पण और अटूट भावना का उत्सव मनाया, जिन्होंने सबसे बड़े मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का सम्मान अर्जित किया है। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम सिर्फ वर्दी और औपचारिक पोशाक के अनावरण से ही संबंधित नहीं है, बल्कि यह उन अरबों भारतीयों के सपनों और आकांक्षाओं का प्रतीक भी है जो इन एथलीटों के पीछे एकजुट हैं।”
उन्होंने पूर्ण रूप से विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि यह दल खेलों में भारत की विकास यात्रा को जारी रखेगा। हमने रियो ओलिंपिक 2016 में दो पदकों को हासिल करने से लेकर टोक्यो 2020 में सात पदकों तक की यात्रा देखी है। इससे भारत 67वें स्थान से 48वें स्थान पर पहुंच गया। इस तरह से आगे बढ़ने में मुख्य रूप से नीरज चोपड़ा के भाला फेंक स्वर्ण पदक ने महत्वपूर्ण रूप से सहायता की है। हम उम्मीद करते हैं कि हमारे एथलीट इस बार हमें पदक तालिका में और भी ऊपर ले जाएंगे।
डॉ. मांडविया ने कहा कि सरकार भारत को खेल के क्षेत्र में महाशक्ति बनाने के कार्य में सबसे आगे रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) जैसी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से एथलीटों का पूर्ण सहयोग किया है, जो शीर्ष पर पहुंचने वाले खिलाड़ियों को विशेष सहायता प्रदान करती है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने विभिन्न खेलों के एथलीटों को उनकी विश्व रैंकिंग ऊंची बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयास किया है। खिलाड़ियों को भारत और दुनिया भर के अन्य देशों में विभिन्न स्थानों पर प्रशिक्षण के लिए भेजा जाता है। इसके अलावा, जाने-माने विदेशी विशेषज्ञों को प्रशिक्षक और सहयोगी स्टाफ के रूप में नियुक्त किया है। इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया गया है कि भारतीय खेल इकोसिस्टम विश्व भर में हो रहे खेलों विकास के साथ अपना तालमेल बनाए रखे।
श्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, यह उनके मंत्रालय के लिए गर्व की बात है कि वह भारत के ओलंपिक खेलों का समर्थन कर रहा है। उन्होंने कहा, “मुझे खुशी है कि हमारे कई सार्वजनिक क्षेत्र के निगमों ने पेरिस जाने वाले ओलंपिक खिलाड़ी सहित विभिन्न खिलाड़ियों को नियुक्तियां दी हैं। मुझे विश्वास है कि भारतीय टीम पेरिस में यादगार प्रदर्शन करने और अच्छी संख्या में पदक जीतने के लिए प्रेरित महसूस करेगी।”
अपने स्वागत भाषण में, डॉ. उषा ने कहा कि उन्होंने एक एथलीट के रूप में अपने अनुभव का उपयोग यह सुनिश्चित करने में किया कि पेरिस 2024 में भारत के एथलीटों को खेल विज्ञान सहायता में कोई कमी न हो। उन्होंने कहा, “हमने अपने एथलीटों को पेरिस में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में समर्थन देने के लिए एक बहुत ही एथलीट-केंद्रित योजना तैयार की है।”
डॉ. उषा ने कहा, “हमने डॉ. दिनशॉ पारदीवाला के नेतृत्व में एक मजबूत टीम बनाई है। इसमें खेल चिकित्सा विशेषज्ञ, स्वास्थ्य विशेषज्ञ, पोषण विशेषज्ञ, फिजियोथेरेपिस्ट और एक निद्रा वैज्ञानिक शामिल हैं।” “पहली बार, आईओए एथलीटों और कोचिंग व सहायक कर्मचारियों को भागीदारी भत्ता भी देगा। मुझे विश्वास है कि भारत पेरिस से किसी भी ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके वापस आएगा।”
भारत ओलंपिक में करीब 120 एथलीटों का दल भेजेगा, जिसके अंतर्गत पुरुष भाला फेंक के पिछले चैंपियन नीरज चोपड़ा के नेतृत्व में एक एथलेटिक्स टीम, 21 सदस्यीय निशानेबाजी टीम और 16 सदस्यीय पुरुष हॉकी टीम शामिल होंगे(साभार PIB)