(वाराणसी UP)01नवंबर,2024.
तीनों लोकों से न्यारी काशी का अन्नकूट महोत्सव भी अनोखा होगा। शहर के मंदिरों में अन्नकूट की झांकी सजेगी तो देवी-देवताओं को छप्पन भोग अर्पित किया जाएगा। इस बार शहर के मंदिरों में एक हजार क्विंटल मिठाइयों से अन्नकूट की झांकी सजाई जाएगी। श्री काशी विश्वनाथ धाम, अन्नपूर्णा मंदिर और मणिमंदिर समेत शहर भर के मंदिरों में दो नवंबर को भव्य अनुष्ठान होंगे। मां अन्नपूर्णा का ये प्रसाद तिरुपति बालाजी के दरबार तक जाएगा।
अन्नपूर्णा मंदिर में अन्नकूट की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। मां अन्नपूर्णा का अन्नकूट सजाने के लिए 511 क्विंटल कच्चा-पक्का भोग तैयार किया गया है। शुक्रवार से ही झांकी सजाने की तैयारियां भी शुरू हो जाएंगी। महंत शंकर पुरी ने बताया कि इस बार अन्नकूट के भोग की मात्रा और संख्या बढ़ाई गई है। देश भर के श्रद्धालुओं तक मां अन्नपूर्णा का प्रसाद पहुंचेगा। तीन नवंबर को महंत तिरुपति बालाजी के लिए मां अन्नपूर्णा का प्रसाद लेकर रवाना होंगे।
अन्नकूट पर श्री काशी विश्वनाथ का भव्य शृंगार किया जाएगा। बाबा को छप्पन भोग लगेगा और 21 क्विंटल प्रसाद चढ़ाया जाएगा। बाबा को तरह-तरह की मिठाइयां और व्यंजन अर्पित किया जाएगा। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के एसडीएम शंभूशरण सिंह ने बताया कि अन्नकूट पर बाबा विश्वनाथ को छप्पन भोग अर्पित किए जाएंगे।
बाबा का मुख्य भोग पुजारी बनाएंगे। भोग आरती में बाबा की प्रतिमा सजकर आती है और बाबा के गर्भगृह में विराजमान कराई जाती है। शाम छह बजे तक गर्भगृह में दर्शनार्थी बाबा का दर्शन प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही प्रसाद का वितरण किया जाएगा। 14 क्विंटल मेवा और मिष्ठान का भोग लगेगा। धाम में ही लड्डुओं का मंदिर बनेगा।
अन्नकूट पर आएगी 5 हजार घरों से रसोई:
धर्मसंघ स्थित मणिमंदिर में होने वाले अन्नकूट महोत्सव में पांच हजार घरों से तैयार भोग अर्पित किया जाएगा। इसके अलावा मंदिर में 101 क्विंटल का छप्पन भोग सजाया जाएगा। मां विशालाक्षी देवी का वार्षिक शृंगार अन्नकूट दो नवंबर को होगा। महंत राधेश्याम दुबे ने बताया कि दो नवंबर को माता को फल, मीठा व अन्न से नैवेद्य लगाया जाएगा। माता की शयन आरती रात 11.30 बजे के बाद प्रसाद वितरित किया जाएगा। बड़ा गणेश मंदिर में भी अन्नकूट की झांकी सजेगी।
कनक धारा के एक लाख मंत्रों से गूंजेगा मणिमंदिर:
विश्व कल्याण की कामना और भारत के वैभव के लिए करपात्री महाराज की तपस्थली पर 11 दिवसीय अनुष्ठान होगा। धर्मसंघ परिसर स्थित मणि मंदिर में अन्नपूर्णा स्तोत्र, श्रीसूक्त और कनक धारा के मंत्रों का एक लाख पाठ होगा। कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा से एकादशी तक नियमित मंत्रों का अनुष्ठान होगा।
धर्मसंघ के महामंत्री पं. जगजीतन पांडेय ने बताया कि देश में धन-धान्य और वैभव की कामना से 11 दिवसीय अनुष्ठान किए जा रहे हैं। अन्नपूर्णा स्तोत्र, कनक धारा और श्रीसूक्त के मंत्रों का एक लाख पाठ होगा। कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा से 108 बटुक नियमित रूप से 11 दिनों मंत्रों का जाप करेंगे। अंतिम दिन हवन के साथ ही मंत्रों की पूर्णाहुति होगी(साभार एजेंसी)