295 साल में पहली बार मां अन्‍नपूर्णा करेंगी काशी भ्रमण,भगवान भोलेनाथ लेंगे भिक्षा(वाराणसी UP)05दिसम्बर,2025.

UP / Uttarakhand

काशी पुराधिपति महादेव को अन्‍नदान करने वालीं मां अन्‍नपूर्णा सदियों में पहली बार काशी का भ्रमण करेंगी। मौका होगा अन्‍नपूर्णा मंदिर में आयोजित होने वाले कुंभाभिषेक का। पांच दशक बाद आगामी फरवरी में होने जा रहे कुंभाभिषेक के अंतर्गत मां अन्‍नपूर्णा की नगर भ्रमण यात्रा के लिए रजत पालकी का निर्माण करवाया जा रहा है। साथ ही विश्‍वनाथ मंदिर के बगल में स्थित मां अन्‍नपूर्णा मंदिर का 14 फुट ऊंचा शिखर स्‍वर्णिम आभा से दमकेगा। साढ़े तीन करोड़ की लागत से करीब पांच किलोग्राम सोने की प्‍लेट शिखर पर चढ़ाई जाएगी। कुंभाभिषेक के दौरान स्‍वर्णमंडित शिखर का अभिषेक होगा।

काशी में वर्ष 1729 में पेशवा बाजीराव ने अन्‍नपूर्णा मंदिर का निर्माण करवाया था। इस मंदिर में अन्‍नदात्री की ठोस स्‍वर्ण प्रतिमा कमलासन पर विराजमान है तो रजत शिल्‍प में ढले भोलेनाथ याचक की भूमिका में खड़े हैं। मां अन्‍नपूर्णा के दायीं ओर मां लक्ष्मी और बाएं भाग में भूदेवी का स्वर्ण विग्रह है। स्‍वर्ण प्रतिमा वाला मंदिर साल में सिर्फ धनतेरस के दिन खुलता है। मंदिर में पांच दशक बाद होने वाले कुंभाभिषेक के लिए इन दिनों तैयारियां जोर-शोर से चल रही है।

अन्‍नपूर्णा मठ मंदिर के महंत गोस्‍वामी शंकरपुरी ने बताया कि 295 साल के इतिहास में पहली बार निकलने वाली मां की यह शोभायात्रा ऐतिहासिक होगी। इसका रूट मैप तैयार किया जा रहा है। यात्रा का मार्ग ऐसा तय किया जाएगा कि काशी की शास्‍त्रीय सीमा के अंदर अधिक से अधिक क्षेत्र इसमें समाहित हो सके, ताकि ज्‍यादा से ज्‍यादा काशीवासियों को माता के दर्शन प्राप्‍त हो सकें। इसमें सिर्फ दक्षिण भारत से ही 10 हजार से ज्‍यादा अधिक भक्‍त शामिल होंगे(साभार एजेंसी)

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