(कुशीनगर UP)30मार्च,2025.
महात्मा बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर रेलवे ट्रैक से जुड़ेगी। देश में विरासत संरक्षण, संवर्धन और विकास का कालखंड चल रहा है। इसमें कुशीनगर अछूता नहीं रहेगा। बुद्धिस्ट सर्किट में कुशीनगर पवित्र व पूजनीय तीर्थ स्थल है। ये बातें रेलवे बोर्ड नई दिल्ली के एडीशनल मेंबर (कार्य) राजेश अग्रवाल ने कही। वे शनिवार को कुशीनगर भ्रमण पर आए थे। उन्होंने कहा कि कुशीनगर को रेल परिपथ से जोड़ने के सर्वेक्षण का काम पूरा है। इसके रेल परिपथ से जुड़ने से संबंधित हर तरह के तथ्यों व बिंदुओं की जानकारी मुक्कमल की जा रही है। मौजूदा समय में चल रहे विरासत संरक्षण काल में किसी तरह की कोई कमी नहीं है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि किसी परियोजना के लिए वित्त की कमी का कोई मामला नहीं है। परियोजनाएं क्रमिक ही आगे बढ़ती हैं। रेलवे की पटरी व ट्रैक से जुड़ेगा, कुछ और समय लग सकता है। इसके पूर्व मुख्य महापरिनिर्वाण मंदिर में बुद्ध की लेटी 6.1 मीटर लंबी प्रतिमा का दर्शन किया। शीश नवाया और चीवर चढ़ाया। इस दौरान उन्होंने म्यांमार बुद्ध विहार के स्वर्ण आभायुक्त भव्य चैत्य भी देखा। इस मौके पर रेलवे गोरखपुर निर्माण के मुख्य अभियंता अखिलेश त्रिपाठी व गाइड डा. अभय राय आदि मौजूद रहे(साभार एजेंसी)