(लखनऊ UP)10मई,2025.
राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा ने उत्तर प्रदेश में यूपी-एग्रीस और एआई प्रज्ञा कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके जरिये पूर्वांचल व बुंदेलखंड क्षेत्रों में आधुनिक तकनीक आधारित खेती को बढ़ावा मिलेगा। 10 लाख किसानों को इसका फायदा होगा। ‘एआई प्रज्ञा’ के जरिये उत्तर प्रदेश को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के हब के तौर पर विकसित किया जाएगा। साथ ही प्रदेश में 10 लाख युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विभिन्न पहलुओं में दक्ष बनाया जाएगा।
दोनों कार्यक्रम लॉन्च करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज सारे विश्व ने मान लिया है कि उत्तर प्रदेश बैरियर नहीं बल्कि भारत का ग्रोथ इंजन है। दोनों ही कार्यक्रम प्रदेश को दस खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का सपना साकार करेंगे। उन्होंने यूपी-एग्रीस प्रोजेक्ट में विश्व बैंक की सहभागिता का आभार जताते हुए कहा कि इससे प्रदेश में कृषि उत्पादकता को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री आवास पर विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा से मुलाकात के दौरान सीएम ने कहा कि विश्व बैंक हमेशा उत्तर प्रदेश की उन्नति में बड़ा भागीदार बनकर उभरा है। चाहे पर्यावरण संरक्षण हो, प्रदेश में टूरिज्म को बढ़ावा देना हो या फिर अवस्थापना से जुड़ी परियोजनाओं का संचालन हो, विश्व बैंक हमेशा महती भूमिका निभाता है।
10 हजार महिला उत्पादक समूहों को परियोजना से जोड़ा जाएगा
यूपी एग्रीस प्रोजेक्ट चार हजार करोड़ की परियोजना है। इसमें से 2737 करोड़ रुपये का ऋण विश्व बैंक की ओर से छह वर्षों की अवधि के लिए उपलब्ध कराया है। यूपी एग्रीस परियोजना से प्रदेश के किसानों, कृषक संगठनों, मत्यस्य पालकों एवं कृषि क्षेत्र से जुड़ी एमएसएमई इकाइयों को सीधा लाभ होगा। 10 हजार महिला उत्पादक समूहों को परियोजना से जोड़ा जाएगा।
इसके अलावा 500 किसानों को सर्वोत्तम कृषि तकनीक की जानकारी के लिए विदेशों में भेजा जाएगा। परियोजना के अंतर्गत पूर्वी उत्तर प्रदेश के 21 जिले श्रावस्ती, बहराइच, बलरामपुर, गोंडा, सिद्धार्थनगर, बस्ती, महराजगंज, संतकबीर नगर, कुशीनगर, गोरखपुर, देवरिया, आजमगढ़, मऊ आदि जिलों के किसान लाभान्वित होंगे।
जल्द लॉन्च होगा सीएम पोषण मिशन:
योगी ने प्रदेश में बच्चों को पोषक आहार उपलब्ध कराने के लिए नए मिशन को जल्द लॉन्च करने की घोषणा करते हुए कहा कि सीएम पोषण मिशन में छह महीने से छह साल तक के बच्चों को शामिल किया गया है। इस दिशा में स्वयंसेवी संस्थाएं भी अपनी भूमिका निभाएंगी।
‘एआई प्रज्ञा’ से 10 लाख युवाओं को दिया जाएगा प्रशिक्षण
‘एआई प्रज्ञा’ योजना के तहत 10 लाख युवाओं को कृत्रिम बुद्धिमत्ता, मशीन लर्निंग, डाटा एनालिटिक्स एवं साइबर सिक्योरिटी में प्रशिक्षित कर सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा। यह कार्यक्रम शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, ग्रामीण विकास, राजस्व और सचिवालय प्रशासन जैसे विभिन्न विभागों के सहयोग से संचालित किया जाएगा। कार्यक्रम में माइक्रोसॉफ्ट, इंटेल, एचसीएल, वाधवानी फाउंडेशन, अमेजन, गूगल और 1एम1बी जैसी वैश्विक दिग्गज कंपनियां योगी सरकार के साथ मिलकर अपस्किलिंग प्रोग्राम चलाएंगी।(साभार एजेंसी)