सीएम योगी बोले:उ.प्र.में डिफेंस सेक्टर में होगा 30 हजार करोड़ का निवेश

UP / Uttarakhand

(लखनऊ UP)12मई,2025.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब तक हमारे साथ डिफेंस एक्सपो के साथ ही देश और दुनिया के अलग-अलग भागों से 57 एमओयू हो चुके हैं जिनके माध्यम से करीब 30 हजार करोड़ के निवेश सिर्फ डिफेंस सेक्टर से ही होने जा रहे हैं। हम करीब 60 हजार नौजवानों की नौकरी के लक्ष्य पर आगे बढ़ रहे हैं। वह राजधानी,लखनऊ स्थित डिफेंस कॉरीडोर नोड में ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंटीग्रेशन एंड टेस्टिंग फैसलिटी के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

सीएम ने कहा कि 2017 से पहले जिस राज्य में नौकरी नहीं थी, पलायन होता था, आज वहां निवेश भी हो रहा है। हमने कानपुर में सेना के लिए गोला-बारूद के उत्पादन केंद्र का शुभारंभ किया था। अब उसके विस्तार के लिए भी भूमि मांगी जा रही है। लखनऊ में भी ब्रह्मोस को जैसे ही 200 एकड़ भूमि दी गई तो पीटीसी भी आ गया। जिसने केवल ब्रह्मोस ही नहीं, बल्कि एयरोस्पेस से जुड़े अनेक कार्यों के लिए एक एंकर यूनिट के रूप में उत्पादन कार्य प्रारंभ किया है। यहां ब्रह्मोस से जुड़ी करीब 7 एंकर यूनिट लग रही हैं। 2013-14 में भारत का जो रक्षा उत्पादन था, आज कई सौ गुना बढ़ गया है।

रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता के साथ-साथ दुनिया के तमाम मित्र देशों को रक्षा सामग्री निर्यात करके उनकी सुरक्षा की आवश्यकताओं की पूर्ति का भी काम कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य डिफेंस कॉरिडोर में 50 हजार करोड़ रुपए का निवेश कराना और एक लाख युवाओं को रोजगार देना है। उन्होंने ब्रह्मोस, पीटीसी, डीआरडीओ, एलएंडटी और सभी इकाइयों को धन्यवाद भी दिया, जो स्थानीय नौजवानों को प्रशिक्षित करके रोजगार उपलब्ध करा रहे हैं।

कानपुर फिर बनेगा इंडस्ट्रियल हब
वहीं रक्षामंत्री ने यूपी डिफेंस कॉरिडोर को भारत के रक्षा उत्पादन का केंद्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि ये सभी नोड्स भविष्य में विकास के नए केंद्र बनकर उभरेंगे। डिफेंस कॉरिडोर के माध्यम से कानपुर और अन्य नोड्स को फिर से विकास की ऊंचाइयों तक जाएंगे। कल वेस्ट में कोई शहर बहुत अधिक प्रगति करेगा तो उसे ‘कानपुर ऑफ दि वेस्ट’ कहा जाएगा। उन्होंने बताया कि डिफेंस कॉरिडोर में विमान निर्माण, यूएवी, ड्रोन्स, गोला-बारूद, कंपोजिट सामग्री, छोटे हथियार, टेक्स्टाइल और पैराशूट जैसे क्षेत्रों में बड़े निवेश किए गए हैं। लखनऊ में पीटीसी इंडस्ट्रीज द्वारा टाइटेनियम और सुपर अलॉय सामग्री संयंत्र की शुरुआत की जा रही है। सात अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं की नींव रखी गई है। यूपी में प्रयाग अपने संगम के लिए दुनिया में जाना जाता है, वैसे ही लखनऊ तकनीकी के संगम के रूप में स्थापित होने जा रहा है।(साभार एजेंसी)

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