(चंडीगढ़, हरियाणा)28मई,2025.
हरियाणा राज्य की गोशालाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए सरकार ने गोसंर्वधन योजना शुरू की गई है, जिसके तहत गोशालाओं में बायोगैस प्लांट स्थापित किए जाएंगे। योजना का आगाज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यमुनानगर में प्रदेश के पहले गोसंर्वधन बायोगैस प्रोजेक्ट के शिलान्यास से किया है। इस प्रोजेक्ट पर 90 करोड़ रुपए खर्च होंगे। प्रदेश सरकार ने भी पंजीकृत 683 गोशालाओं के लिए 595 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया है।
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने गांव मथाना के गोवंश धाम एवं अनुसंधान केंद्र में गो-चिकित्सालय के शिलान्यास कार्यक्रम में ये विचार व्यक्त किए। इससे पहले भूमि पूजन किया और नींव भी रखी। इसके साथ ही गोशाला व चिकित्सालय के प्रांगण में त्रिवेणी लगाई और मंत्रोच्चार के बीच गो पूजन भी किया। इस दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गो चिकित्सालय के लिए 21 लाख रुपए की अनुदान राशि देने की घोषणा भी की है।
हरियाणा राज्य में तीन गो-अभयारण्य बनाने का फैसला:
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्रदेश में तीन गो-अभयारण्य पानीपत के नैन, हिसार के ढोढर गांव व पंचकूला में बनाए जाने का फैसला लिया है, जहां शेड, पानी और चारे की व्यवस्था के लिए सरकार ने आठ करोड़ रुपए की राशि जारी की है। शेड बनाने के लिए हर गोशाला को 10-10 लाख देने की घोषणा की थी और 50 में शेड का निर्माण पूरा कर लिया है। वित्त वर्ष के बजट में गोशालाओं के लिए 595 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है जबकि वर्ष 2014 से पहले की सरकार ने बजट में मात्र दो करोड़ रुपए रखे हुए थे।
मुख्यमंत्री को मथाना पंचायत ने सौंपा मांग पत्र
मुख्यमंत्रीको गांव मथाना की सरपंच अंजना देवी और प्रतिनिधि रवि कुमार ने मांग-पत्र सौंपा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी मांगों को संबंधित विभागों के पास भेजकर उनको चेक करवाकर पूरा करवाया जाएगा। कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने उपस्थित लोगों की शिकायतों को भी सुना।(साभार एजेंसी)