( लखनऊ,UP )06जुलाई,2025.
केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय के चौथे स्थापना दिवस पर लखनऊ स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें आईसीसीएमआरटी द्वारा ड्रोन दीदी को प्रशिक्षण के बाद प्रमाण-पत्र वितरित किए गए। एम-पैक्स पर जन औषधि केंद्रों का लोकार्पण किया गया। उत्कृष्ट कार्य करने वाली पांच एम-पैक्स को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसमें राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सहकारिता जेपी सिंह राठौर, और राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) वन एवं पर्यावरण डॉ अरुण कुमार सक्सेना शामिल हुए। उन्होंने दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस मौके पर सहकारिता मंत्री जयेंद्र प्रताप सिंह राठौर ने कहा कि पहले जिनके पास योजना का लाभ पहुंचना चाहिए था, वह नहीं पहुंचता था। अब डीबीटी के जरिए शत प्रतिशत लोगों के खातों में पैसा पहुंचता है। जन औषधि केंद्र के जरिए किसानों को सस्ती दवाएं मिल सकेंगी। इसको लेकर प्रधानमंत्री ने अभियान चला रखा है। एम. पैक्स पर सभी गतिविधियां चलाने के प्रयास किए जा रहे हैं। पहले सिर्फ कृषि लोन और खाद देते थे। अब नई रणनीति से काम किया जा रहा है।
नैनो यूरिया के क्षेत्र में इफको कर रहा मदद:
उन्होंने कहा कि 7900 पैक्स में काम नहीं होता था। अब सब जगह हो रहा है। करीब दो साल में 30 लाख लोगों से 70 करोड़ रुपया इकठ्ठा किया गया है। यह सदस्यता अभियान से संभव हुआ है। आगामी पांच साल में अमूल चूल परिवर्तन होगा। नए-नए व्यवसाय जुड़ रहे हैं। नैनो यूरिया के क्षेत्र में इफको मदद कर रहा है। ड्रोन दीदी को प्रशिक्षण दिया गया है। वे न सिर्फ ड्रोन चला सकती हैं… बल्कि, उनकी मरम्मत भी कर सकती हैं।
ग्लोबल वार्मिंग से निपटने के लिए तैयार रहना होगा:
वन मंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि पिछले 40 साल में सहकारिता विभाग में सर्वाधिक काम चार साल में हुआ है। सहकारिता का मंत्र है ‘सबके लिए एक’। आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए सहकारिता जरूरी है। 09 जुलाई को पौधरोपण दिवस है। नौतपा अब 30 तपा हो गया है। तापमान तेजी से बढ़ा है। हमें ग्लोबल वार्मिंग से निपटने के लिए तैयार रहना होगा। यह पौधरोपण से ही संभव है। ठंड कम हो रही है। उसकी वजह कार्बन डाई ऑक्साइड का बढ़ना है। इसे रोकने के लिए पेड़ लगाना और उन्हें बचाना जरूरी है(साभार एजेंसी)