( लखनऊ,UP )06जुलाई,2025.
ईको टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड ने अयोध्या को ईको-पर्यटन के प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए एक पहल शुरू की है। इसके तहत मिल्कीपुर स्थित उधैला झील को लगभग 3.81 करोड़ की लागत से एक आकर्षक ईको-टूरिज्म स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। यह स्थान पक्षी प्रेमियों, वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफरों और प्रकृति प्रेमियों के लिए बेहद खास है।
पर्यटन व संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि अयोध्या शहर से 30 किलोमीटर दूर स्थित यह स्थल भगवान श्रीराम के मंदिर के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक आदर्श प्राकृतिक गंतव्य के रूप में उभर रहा है। पर्यटन विभाग का मानना है कि धार्मिक यात्रा के साथ-साथ पर्यटकों को प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने का अवसर भी मिलेगा।
रंग-बिरंगे पक्षियों का विहंगम दृश्य भी दिखेगा:
उन्होंने बताया कि उधैला झील में बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी आते हैं। उत्तर प्रदेश ईको टूरिज्म विकास बोर्ड द्वारा यहां पर्यटक सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। इनमें मुख्य प्रवेश द्वार, कैफेटेरिया, टिकट काउंटर, वॉकवे, दो विश्राम स्थल, गजेबो हट, शौचालय, बच्चों के खेलने का क्षेत्र और एक वॉच टावर आदि शामिल हैं। पर्यटकों को झील और उसके आस-पास आने वाले रंग-बिरंगे पक्षियों का विहंगम दृश्य भी दिखेगा।
पक्षियों के लिए प्रजनन स्थल के रूप में कार्य करेगा:
पर्यटन मंत्री ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण और सतत पर्यटन (सस्टेनेबल टूरिज्म) को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से झील के बीचों-बीच एक विशेष मिट्टी का टीला तैयार किया जा रहा है। यह टीला विशेष रूप से पक्षियों के लिए सुरक्षित प्रजनन स्थल के रूप में कार्य करेगा।
परियोजना के तहत न केवल पर्यटकों को आकर्षित करने की योजना है, बल्कि स्थानीय जैव विविधता और पक्षियों की सुरक्षा को भी प्राथमिकता दी जा रही है। यह प्रयास पर्यटन और संरक्षण के बीच संतुलन स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा(साभार एजेंसी)