(सहारनपुर,UP)28जुलाई,2025.
धार्मिक स्थलों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना से मां शाकंभरी सिद्धपीठ की सूरत बदलने जा रही है। सिद्धपीठ में दो द्वार, कॉम्प्लेक्स, पथ प्रकाश, सड़क आदि के निर्माण पर 55 करोड़ रुपये से अधिक खर्च आएगा। इससे एक ओर जहां जन सुविधाएं बढ़ेंगी, वहीं बरसात में बाढ़ के खतरों से भी श्रद्धालुओं का बचाव होगा।
मां शाकंभरी सिद्धपीठ उत्तर भारत में अलग पहचान रखती है। प्रत्येक वर्ष कई राज्यों के श्रद्धालु यहां मत्था टेकने पहुंचते हैं। सिद्धपीठ की महत्ता काे देखते हुए प्रदेश सरकार ने इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है। 22.16 करोड़ रुपये से टीएफसी का निर्माण होगा। 18 करोड़ रुपये से पार्किंग का निर्माण किया जाएगा। भूरा देव से मां शाकंभरी देवी मंदिर तक सेतु बनाने का कार्य उत्तर प्रदेश सेतु निगम द्वारा किया जाना है। बाकी कार्य सीएंडडीएस द्वारा किए जा रहे हैं। इनमें दो 3.84 करोड़ रुपये से कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया जाना है। इसी बजट में दो द्वार बनाए जाने हैं। इनमें एक का कार्य 90 फीसदी पूरा हो चुका है, जबकि दूसरे पुल का कार्य शुरू हो चुका है, जिसके कॉलम खड़े किए जा रहे हैं।
16 करोड़ रुपये से पद यात्रा मार्ग का सुदृढ़ीकरण एवं पर्यटन सुविधाओं का विकास होना है। इसमें 1.80 किलोमीटर दोनों साइड का मार्ग और अन्य कार्य होने हैं। 2.81 करोड़ रुपये से पथ प्रकाश की व्यवस्था होनी है। इसमें पथ प्रकाश के साथ ही रंगीन लाइटें आदि लगाई जाएंगी, जिनसे सिद्धपीठ सुंदर लगे। 3.43 करोड़ रुपये से टॉयलेट ब्लॉक और सोविनियर शॉप बनाई जानी हैं। 3.31 करोड़ रुपये से लैंडस्केपिंग, फुटपाथ, म्यूरलस स्कल्पचर्स वाटर फाउंटेन और बाउंड्रीवॉल का निर्माण होगा।
मां शाकंभरी सिद्धपीठ को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए सीएंडडीएस को कई कार्य मिले हैं, जिनको गति के साथ किया जा रहा है। प्रयास यही है कि निर्धारित समय से कार्य संपन्न हो सकें।
- रविंद्र कुमार,परियोजना प्रबंधनक, सीएंडडीए(साभार एजेंसी)