(गोरखपुर )24जून,2024.
एजेंसी के माध्यम से प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार,
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर में चालू वित्तीय वर्ष में गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) द्वारा 3725 करोड़ रुपये निवेश परियोजनाएं धरातल पर उतरने वाली हैं।
योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर में चालू वित्तीय वर्ष में गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा 3725 करोड़ रुपये की निवेश परिय धरातल पर उतरने वाली हैं। अडानी ग्रुप समेत सात औद्योगिक घरानों ने गीडा को अपने निवेश प्रस्ताव देकर जमीन की डिमांड की है। गीडा इन निवेशकों को उनके मनमाफिक जमीन देने की प्रक्रिया में है। इन निवेश परियोजना के मूर्त होने के बाद करीब दस हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।
इंडस्ट्री लगाने के लिए, लोटस सिंगापुर ग्रुप ने बिसलेरी ब्रांड का बॉटलिंग प्लांट लगाने के लिए, शाही एक्सपोर्ट ने रेडीमेड गारमेंट क्लस्टर के लिए, दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) व आईआईएमटी यूनिवर्सिटी ने शिक्षा संस्थान के लिए, अपोलो ट्यूब्स ने स्टील पाइप फैक्ट्री के लिए और स्टैम्प ला टेक ने कोल्ड रोल फॉर्मिंग सेक्शन, वैगन निर्मा एवं रख रखाव के लिए कुल मिलाकर 128 एकड़ जमीन की मांग गीडा से की है।
इन निवेशकों को जमीन मिलने के बाद वे करोड़ों रुपये का निवेश करेंगे:
इनमें सबसे बड़ा निवेश प्रस्ताव अडानी ग्रुप का है। गीडा की सीईओ अनुज मलिक ने इन निवेश प्रस्तावों की विस्तृत जानकारी गत दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को विकास परियोजनाओं की समीक्षा बैठक के दौरान दी। उन्होंने बताया कि इन सभी निवेशकों को उनकी पसंद के मुताबिक जमीन दिखा दी गई है। जल्द ही आगे की प्रक्रिया पर काम शुरू कर दिया जाएगा।
18 महीने में हुआ 1100 करोड़ का निवेश:
बीते करीब डेढ़ साल में ही गीडा में 1100 करोड़ रुपये के निवेश वाली पेप्सिको जैसी बहुराष्ट्रीय कंपनी यूनिट में कॉमर्शियल उत्पादन शुरू हो चुका है। इस यूनिट का शिलान्यास उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। इसके अलावा योगी 118 करोड़ रुपये के निवेश वाली ज्ञान डेयरी की यूनिट, जल जीवन मिशन में सप्लाई देने वाली तत्वा प्लास्टिक की 110 करोड़ रुपये निवेश वाली पाइप फैक्ट्री का उद्घाटन करने के साथ 1200 करोड़ रुपये का निवेश करने वाली केयान डिस्टिलरी के एथेनॉल व डिस्टिलरी प्लांट तथा 300 करोड़ रुपये के निवेश वाली एसडी इंटरनेशनल की प्लास्टिक रिसाइक्लिंग एवं फूड पैकेजिंग कंटेनर यूनिट का भी शिलान्यास करना उम्मीद जगाता है। 50 करोड़ रुपये के निवेश से सेंट्रल वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन के इंडस्ट्रियल वेयर हाउस का निर्माण भी लगभग पूरा हो चुका है।
सीईओ की बात:
गीडा सीईओ अनुज मलिक ने कहा कि निवेशकों द्वारा जमीन की मांग की जा रही है। उनकी मांग को देखते हुए गीडा जमीन मुहैया करा जा रहा है।
174 भूखंडों के लिए आवेदन मांगे गए हैं। गीडा मेंं निवेश के लिए जमीन की कोई कमी नहीं है। निवेशकों को हर संभव सहूलियत दी जा रही है।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में संभावित बड़े निवेश:
निवेशक प्रोजेक्ट ,वांछित भूमि, पूंजी निवेश ,प्रस्तावित रोजगार
अडानी ग्रुप सीमेंट फैक्ट्री, 65 एकड़, 1500 करोड़, 5000.
शाही एक्सपोर्ट रेडीमेड गारमेंट, 26 एकड़, 1000 करोड़, 1800.
आईआईएमटी शिक्षा संस्थान, 4 एकड़, 625 करोड़, 300.
अपोलो ट्यूब्स स्टील पाइप ,17 एकड़, 300 करोड़ , 2000.
स्टैम्ज टेक वैगन निर्माण ,6 एकड़,
150 करोड़, 300.
लोटस सिंगापुर बिसलेरी प्लांट, 6 एकड़, 100 करोड़ , 500.
डीपीएस शिक्षा संस्थान, 4 एकड़
50 करोड़ , 200. (साभार एजेंसी)