मुख्यमंत्री योगी ने दी चेतावनी- वक्फ के नाम पर कब्जा करने वालों से एक-एक इंच जमीन वापस लेंगे

UP / Uttarakhand

(लखनऊ UP) 09जनवरी,2025.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वक्फ बोर्ड के नाम पर जमीन कब्जा करने वालों से एक-एक इंच जमीन वापस ली जाएगी। यह समझना मुश्किल है कि वक्फ बोर्ड है या भू-माफिया का बोर्ड। हमारी सरकार ने वक्फ अधिनियम में संशोधन किया है और एक-एक इंच जमीन की जांच करा रही है। जिन लोगों ने वक्फ के नाम पर जमीन कब्जाई है, उनसे जमीन वापस ली जाएगी और गरीबों के लिए आवास, शिक्षण संस्थान और अस्पताल बनाए जाएंगे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राजधानी लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कुंभ की परंपरा वक्फ से कहीं पुरानी है। सनातन धर्म की ऊंचाई आकाश से भी ऊंची और गहराई समुद्र से भी ज्यादा है। इसकी तुलना किसी मत या मजहब से नहीं की जा सकती। उन्होंने सपा और उसके नेताओं पर भी तीखा हमला बोला। सीएम ने कहा कि डॉ. राम मनोहर लोहिया ने कहा था कि अगर भारत को समझना है तो राम, कृष्ण और शिव की परंपरा को पढ़ो। जो नेता लोहिया के नाम पर राजनीति करते हैं, उन्होंने इनकी बातों को कभी नहीं समझा। हमने अयोध्या को विकास और विरासत का केंद्र बनाया। जो लोग अयोध्या के विकास का विरोध कर रहे थे, उन्हें वहां जाने का नैतिक अधिकार नहीं है।

संभल में धार्मिक स्थलों को तोड़कर कब्जा हुआ:
सीएम ने संभल में धार्मिक स्थलों पर विवाद का जिक्र करते हुए कहा कि वहां श्रीहरि विष्णु का दसवां अवतार कल्कि का उल्लेख पुराणों में भी मिलता है। वहां धार्मिक स्थलों को तोड़कर कब्जा करने का प्रयास हुआ। हमारी सरकार ने न्यायालय के आदेश के अनुसार कार्रवाई की और दंगाइयों को भी सख्त संदेश दिया। धर्म परिवर्तन और घर वापसी के मुद्दे पर सीएम ने कहा कि अगर कोई अंतर्मन से अपने धर्म में लौटना चाहता है, तो उसका स्वागत होना चाहिए। यह धर्म और परंपरा के प्रति जागरूकता का संकेत है।

विदेशी आक्रांताओं की विरासत पर गौरव करने वाले नहीं समझेंगे महाकुंभ:
सीएम योगी ने कहा कि विदेशी आक्रांताओं की विरासत पर गौरव की अनुभूति करने वाले महाकुंभ को नहीं समझ पाएंगे। इसीलिए उनको कुंभ का आयोजन, अयोध्या का विकास, काशी का कायाकल्प और मथुरा-वृंदावन का सौंदर्य अच्छा नहीं लगता है। उनको बांटना अच्छा लगता है। वह जाति, क्षेत्र, भाषा और अन्य मुद्दों के आधार पर बांटेंगे। फिर राजनीतिक रोटी सेंकने का काम करेंगे। उन लोगों से कोई उम्मीद नहीं की जा सकती है।

2 लाख करोड़ तक की आर्थिक वृद्धि का अनुमान:
योगी ने कहा कि उनको अभी तक पता ही नहीं है कि नदी को चैनलाइज करके उसकी आयु बढ़ाई जाती है, ना कि उसके प्राकृतिक प्रभाव को अवरुद्ध किया जाता है। महाकुंभ जैसे आयोजनों का प्रदेश और देश की अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। 2019 में कुंभ के दौरान प्रदेश की आर्थिक वृद्धि में 1.2 लाख करोड़ रुपये का योगदान हुआ था। इस बार 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है, जिससे प्रदेश को 2 लाख करोड़ रुपये तक की आर्थिक वृद्धि होने का अनुमान है।

बढ़ेंगे रोजगार और व्यवसाय:
सीएम ने कहा कि श्रद्धालु जब प्रदेश में आते हैं तो परिवहन, आवास, भोजन और अन्य सेवाओं पर खर्च करते हैं, जिससे स्थानीय व्यवसाय और रोजगार को बढ़ावा मिलता है। 2024 में वाराणसी में 16 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने काशी विश्वनाथ के दर्शन किए। वहीं अयोध्या में जनवरी 2024 से सितंबर तक श्रद्धालुओं की संख्या 13.55 करोड़ से अधिक रही है(साभार एजेंसी)

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