(वाराणसी UP)04मार्च,2025.
श्री काशी विश्वनाथ धाम में महाकुंभ के पलट प्रवाह ने कई नए रिकॉर्ड बनाए हैं। तीन करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने जहां बाबा के झांकी दर्शन किए। वहीं, 61559 श्रद्धालुओं ने दो महीने में बाबा विश्वनाथ की चार पहर की आरती के साथ आभासी दर्शन किए। दुर्लभ दर्शन केंद्र पर 50993 और दिव्य दर्शन केंद्र पर श्रद्धालुओं की संख्या 10566 रही।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में 20 से 22 फरवरी तक धाम स्थित प्रधान विग्रहों पर त्रिदिवसीय रुद्राभिषेक हुआ। महाशिवरात्रि पर धाम स्थित अविमुक्तेश्वर महादेव (गुरु बाबा) विग्रह पर रुद्राभिषेक संपन्न हुआ।
दो महीने के दौरान श्रद्धालुओं को 17 क्विंटल गुड़ का वितरण किया गया। जल सेवा के लिए 150 कर्मचारियों को लगाया गया था। 24 घंटे अनवरत चलने वाले मेडिकल कैंप में दो हजार श्रद्धालुओं को चिकित्सकीय सहायता दी गई। आम श्रद्धालुओं के बीच दो लाख पैकेट ओआरएस और चार लाख पैकेट ग्लूकोज का वितरण किया गया।
11 क्विंटल गुलाब की पंखुड़ियों से हुआ स्वागत:
जनवरी व फरवरी में पड़ने वाले विशिष्ट पर्व वसंत पंचमी, श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा उत्सव और महाशिवरात्रि पर धाम की सजावट में 14 हजार मालाओं का इस्तेमाल किया गया। महाशिवरात्रि पर नागा संन्यासियों के स्वागत में 11 क्विंटल गुलाब की पंखुड़ियों का इस्तेमाल हुआ।
रोज बांटे गए एक हजार भोजन के पैकेट : महाकुंभ के पलट प्रवाह के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं के लिए न्यास की ओर से शिविरों में रोजाना एक हजार से 12 सौ भोजन पैकेट वितरित किए गए। 45 दिनों की अवधि में कुल 30 हजार भोजन पैकेट्स वितरित किए गए।
प्रधानमंत्री को भेजा पत्र
मणिकर्णिका घाट पर होने वाली मसान की होली पर विवाद छिड़ गया है। आयोजक इसे परंपरा से जोड़ रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर काशी के विद्वतजन इसे अशास्त्रीय इवेंट बता रहे हैं। सनातन रक्षक दल के अध्यक्ष पंडित अजय शर्मा ने मसान पर होने वाली चिता भस्म की होली पर रोक लगाने के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है।
इस आयोजन की काशी के विद्वत समाज ने भी निंदा की है। काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व न्यास अध्यक्ष आचार्य अशोक द्विवेदी, काशी विद्वत परिषद के महामंत्री प्रो. रामनारायण द्विवेदी, विद्वत परिषद के अध्यक्ष आचार्य कामेश्वर उपाध्याय ने इसे अवैदिक बताया है(साभार एजेंसी)