(कोलकाता)23मई,2025.
भारतीय पर्वतारोहण के इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया है। राष्ट्रीय पर्वतारोहण एवं एडवेंचर खेल संस्थान (NIMAS) की टीम ने 18 मई को भारत की सबसे ऊंची और विश्व की तीसरी सबसे ऊंची पर्वत चोटी, माउंट (8,586 मीटर) पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की। यह चढ़ाई प्रसिद्ध पर्वतारोही कर्नल रणवीर सिंह जामवाल के नेतृत्व में की गई और इसके साथ ही ‘हर शिखर तिरंगा’ अभियान का ऐतिहासिक समापन हुआ।
भारतीय रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने गुवाहाटी में बताया कि यह अभियान भारत के 28 राज्यों की सबसे ऊंची चोटियों पर तिरंगा फहराने के उद्देश्य से शुरू किया गया था, जो राष्ट्रीय एकता और गौरव का प्रतीक बन गया है। पर चढ़ाई के साथ यह मिशन अपने अंतिम मुकाम पर पहुंच गया। यह शिखर न केवल सिक्किम राज्य का सबसे ऊंचा बिंदु है, बल्कि पूरे मिशन का प्रतीकात्मक शिखर भी है।
एक अद्वितीय उपलब्धि:
उल्लेखनीय है कि इस सीजन में निम्स की टीम माउंट पर सौ प्रतिशत सफलता हासिल करने वाली एकमात्र भारतीय टीम रही। अत्यधिक कठिन मौसम और जोखिमों से भरे इस पर्वतारोहण सीजन में हर सदस्य जिसने चढ़ाई का प्रयास किया, वह शिखर तक पहुंचने में सफल रहा, जो कि पर्वतारोहण की दुनिया में एक अद्वितीय उपलब्धि है।
यह केवल अभियान नहीं,एक श्रद्धांजलिःजामवाल
कर्नल जामवाल ने कहा, यह केवल एक अभियान नहीं था, बल्कि पूरे भारतवर्ष को समर्पित एक श्रद्धांजलि थी। पूर्वोत्तर के घने जंगलों से लेकर कंचनजंगा की बर्फीली दीवारों तक, अब हमारा तिरंगा हर राज्य की सबसे ऊंची चोटी पर लहरा चुका है। मैं अपनी टीम पर गर्व करता हूं और इस मिशन का नेतृत्व करने का सौभाग्य पाकर स्वयं को सम्मानित महसूस करता हूं, जो हमारे देश की एकता और विविधता को दर्शाता है।
NIMAS की साख को मिली और मजबूती:
माउंट की इस चढ़ाई के साथ ‘हर शिखर तिरंगा’ मिशन की सफलता ने साहसिक नेतृत्व और राष्ट्रीय सेवा के क्षेत्र में निम्स की साख को और भी मजबूती दी है। जब तिरंगा इस शिखर पर लहराया, तो वह केवल पर्वतारोहियों के सपनों का नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्र की भावना का प्रतीक बन गया।(साभार एजेंसी)