सिंहस्थ मेले की हाईटेक निगरानी की तैयारी,40 ड्रोन रखेंगे चप्पे-चप्पे पर नजर

MP/ Chhatishgarh

(उज्जैन,MP) 01जून,2025.

सिंहस्थ 2028 में क्राउड मैनेजमेंट और सुरक्षा गतिविधियों पर नजर रखने के लिए उज्जैन पुलिस जल्द ही हाईटेक ड्रोन खरीदने जा रही है। करीब 40 ड्रोन से उज्जैन के पूरे सिंहस्थ मेले के चप्पे-चप्पे पर नजर रखने की तैयारी की जा रही है। इसको लेकर चेन्नई की ड्रोन निर्माता कंपनी आर फ्लाय इनोवेशंस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा उनके हाईटेक ड्रोन प्लेटफॉर्म जैसे Rfly Micro एवं Rfly Tether Magpie का प्रदर्शन किया गया।

उज्जैन पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा द्वारा आज रामघाट क्षेत्र में ड्रोन तकनीक का निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर नगर पुलिस अधीक्षक मयूर खंडेलवाल एवं पुलिस अधीक्षक राहुल देशमुख एवं अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। कंपनी के प्रतिनिधि कर्नल गगन एवं उनकी टीम ने ड्रोन की तकनीकी क्षमताओं एवं उनके प्रभावी उपयोग के बारे में जानकारी दी। उज्जैन पुलिस को ड्रोन मिलने से पुलिस की सुरक्षा हाईटेक हो जाएगी। सुरक्षा यह तकनीक उज्जैन पुलिस को भीड़ प्रबंधन, कानून व्यवस्था बनाए रखने तथा आपदा स्थिति से निपटने में सहायता प्रदान करेगी।

सिंहस्थ कुम्भ में 40 हाईटेक ड्रोन से होगी निगरानी
ड्रोन के क्षमताओं को परखने के बाद उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा ने कहा कि जल्द ही अन्य कंपनियों से भी ड्रोन मंगवाए गए है उन्हें भी देखा जाएगा। कुम्भ मेले के दौरान करीब 200 किमी एरिये को कवर करने के लिए करीब 40 ड्रोन की आवश्यकता होगी। अभी जो ड्रोन देखे उन्हें कस्टमाइज करवाकर कुछ बदलाव करने का कहा है। कुम्भ के दौरान ऐसे ड्रोन की आवश्यकता है जो फेस रिकोनाइजेशन, भीड़ नियंत्रण, यातायात प्रबंधन, संदिग्ध गतिविधियों की ऊपर से निगरानी, राहत एवं बचाव दलों को सटीक सूचना उपलब्ध करना, ड्रोन से सीधा वीडियो फीड कंट्रोल रूम में दिखे, नाइट-विजन क्षमता से युक्त ड्रोन रात जैसे तकनीक में सक्षम हो ऐसे ड्रोन जल्द ही कुम्भ के लिए खरीदे जायेंगे।

ड्रोन तकनीक के यह होंगे उपयोग:
भीड़ के मूवमेंट की रीयल टाइम निगरानी। अत्यधिक भीड़ वाले क्षेत्रों की तत्काल पहचान व बल की तैनाती। शहर के मुख्य मार्गों और चौराहों की हवाई निगरानी। ट्रैफिक जाम या दुर्घटनाओं की पहचान कर त्वरित प्रतिक्रिया। संदिग्ध गतिविधियों की ऊपर से निगरानी। संवेदनशील क्षेत्रों में 24×7 ऑब्जर्वेशन। आपातकालीन स्थिति में क्षेत्र का त्वरित आकलन। राहत एवं बचाव दलों को सटीक सूचना उपलब्ध कराना। घाट क्षेत्रों की स्वच्छता निगरानी। गंदगी या जलभराव की सीधी जानकारी नगर निगम को देना। ड्रोन से सीधा वीडियो फीड कंट्रोल रूम में। डेटा विश्लेषण द्वारा भीड़ के व्यवहार की समझ। नाईट-विज़न क्षमता से युक्त ड्रोन रात में भी निगरानी करने में सक्षम। रात के समय होने वाली अवैध गतिविधियों की रोकथाम। यह तकनीक उज्जैन पुलिस को भीड़ प्रबंधन, कानून व्यवस्था बनाए रखने तथा आपदा स्थिति से निपटने में नई दक्षता प्रदान करेगी। यह पहल पुलिस बल के आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उज्जैन पुलिस द्वारा अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग कर सिंहस्थ 2028 जैसे विशाल आयोजन को अधिक सुव्यवस्थित, सुरक्षित एवं आधुनिक बनाना सुनिश्चित किया जाएगा।(साभार एजेंसी)

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