(लखनऊ UP )04जून,2025.
रोगियों के प्रति असंवेदनशील व्यवहार और काम में लापरवाही बरतने वाले बछरावां सीएचसी के पांच डॉक्टर बर्खास्त होंगे। इस संबंध में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा को निर्देश दिया है। इसी तरह अन्य अस्पतालों के छह चिकित्साधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई के आदेश दिया है।
बछरांवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अव्यवस्था की लगातार शिकायतें मिल रही थीं। लखनऊ मंडल के अपर निदेशक ने 30 मई को आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण में कई शिकायतें सही पाई गईं। सीएचसी अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार को बछरांवा से बलिया में स्थानान्तरित करते हुए आरोप-पत्र देकर उनके विरूद्ध विभागीय कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। इसी तरह अनधिकृत रूप से बिना सूचना लंबे समय से अनुपस्थित रहने पर डॉ. इन्द्रभूषण जायसवाल के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की गई है। बिना सूचना गायब रहने वाले बछरावां में तैनात डॉ. नीलिमा आर्या, डॉ. अन्जू वर्मा, डॉ. मनीष कुमार, डॉ. प्रशान्त कुमार एवं डॉ. अभिलाषा भारद्वाज को बर्खास्त करने का निर्देश दिया गया है।
इन चिकित्साधिकारियों के खिलाफ भी होगी कार्रवाई:
अमेठी के गौरीगंज स्थित जिला संयुक्त चिकित्सालय में तैनात रेडियोलॉजिस्ट डॉ. संदीप कुमार को शासन ने 3 जनवरी 2025 को जिला चिकित्सालय बलिया स्थानान्तरित किया था। इसके बावजूद डॉ. संदीप ने बलिया जिला चिकित्सालय में ज्वाइन नहीं किया। रेडियोलॉजिस्ट डॉ. बृजेश यादव की पीजी पाठ्यक्रम पूर्ण करने के बाद उनकी तैनाती जिला चिकित्सालय, हरदोई (वर्तमान में स्वशासी मेडिकल कॉलेज, हरदोई) में 21 जनवरी 2021 को की गई थी, लेकिन डॉ. बृजेश यादव ने तैनाती स्थल पर अब तक कार्यभार ग्रहण नहीं किया। दोनों चिकित्साधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
निलंबन के पश्चात डॉ. बृजेश यादव को लखनऊ मंडलीय अपर निदेशक कार्यालय तथा डॉ. संदीप कुमार को आजमगढ़ मंडलीय अपर निदेशक कार्यालय में सम्बद्ध कर दिया गया है। लखनऊ के लोक बंधु राज नारायण संयुक्त चिकित्सालय में तैनात डॉ. ऊषा चन्द्रा बिना सूचना अनधिकृत रूप से गैरहाजिर हैं। उनके विरूद्ध भी विभागीय कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं। बलरामपुर स्थित मेमोरियल चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. शारदा रंजन के विरूद्ध भी चिकित्सालय की साफ-सफाई न रखने, मरीजों के चिकित्सकीय कार्यों एवं पदीय दायित्वों में लापरवाही बरतने हेतु आरोप-पत्र देकर विभागीय कार्यवाही करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव को दिये गये हैं।(साभार एजेंसी)