(नई दिल्ली )20जून,2025.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज शुक्रवार से तीन राज्यों का दो दिवसीय दौरा शुरू हो रहा है। सबसे पहले वे बिहार जाएंगे। उसके बाद ओडिशा के दौरे पर रहेंगे फिर वे शनिवार 21 जून को आंध्र प्रदेश जाएंगे।जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री आज बिहार के सीवान में कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे, जो राज्य में बुनियादी ढांचे और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा।
यहां रेलवे के बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी 400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली नई वैशाली-देवरिया रेलवे लाइन परियोजना का उद्घाटन करेंगे और इस मार्ग पर एक नई ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाएंगे। इसके अलावा, उत्तर बिहार में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए पीएम मोदी मुजफ्फरपुर और बेतिया के रास्ते पाटलिपुत्र और गोरखपुर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाएंगे।
पीएम मोदी ‘मेक इन इंडिया – मेक फॉर द वर्ल्ड’ के विजन के तहत प्रधानमंत्री मारहोरा प्लांट में निर्मित अत्याधुनिक लोकोमोटिव को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे, जिसे गिनी गणराज्य को निर्यात किया जाएगा. यह इस कारखाने में निर्मित पहला निर्यात लोकोमोटिव है. यह उच्च-हॉर्सपावर इंजन, उन्नत एसी प्रणोदन प्रणाली, माइक्रोप्रोसेसर-आधारित नियंत्रण प्रणाली, एर्गोनोमिक कैब डिजाइन से सुसज्जित हैं और पुनर्योजी ब्रेकिंग जैसी तकनीकों से बना है।
वहीं, गंगा नदी के संरक्षण और पुनरुद्धार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए प्रधानमंत्री क्षेत्र के लोगों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए नमामि गंगे परियोजना के तहत 1,800 करोड़ रुपये से अधिक लागत के छह सीवेज उपचार संयंत्रों (एसटीपी) का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री बिहार के विभिन्न शहरों में 3000 करोड़ रुपये से अधिक लागत की जलापूर्ति, स्वच्छता और एसटीपी परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे, जिसका उद्देश्य इन शहरों के नागरिकों को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराना है।
क्षेत्र में विद्युत अवसंरचना को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री बिहार में 500 मेगावाट घंटे की बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीईएसएस) क्षमता की आधारशिला रखेंगे।इसके अलावा पीएम मोदी बिहार में प्रधानमंत्री आवास योजना के 53 हजार 600 से अधिक लाभार्थियों को पहली किश्त भी जारी करेंगे. वहीं, 6 हजार से ज्यादा बन चुके मकानों की चाबियां भी लाभार्थियों को देंगे।
जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक पीएम मोदी आज ओडिशा के भुवनेश्वर जाएंगे और शाम करीब 4:15 बजे ओडिशा सरकार के एक साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह की अध्यक्षता करेंगे। वह 18,600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे और इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करेंगे।
ओडिशा के समग्र विकास के तहत प्रधानमंत्री 18,600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे। ये परियोजनाएं पेयजल, सिंचाई, कृषि अवसंरचना, स्वास्थ्य अवसंरचना, ग्रामीण सड़कें और पुल, राष्ट्रीय राजमार्गों के खंड और एक नई रेलवे लाइन सहित महत्वपूर्ण क्षेत्रों को कवर करेंगी। प्रधानमंत्री पहली बार बौध जिले में रेल संपर्क बढ़ाते हुए नई रेल सेवाओं को हरी झंडी दिखाएंगे, जो जिले के राष्ट्रीय रेलवे नेटवर्क के साथ एकीकरण का ऐतिहासिक क्षण होगा. इसके साथ-साथ वे स्वच्छ ऊर्जा और टिकाऊ परिवहन को बढ़ावा देने के लिए, प्रधानमंत्री राजधानी क्षेत्र शहरी परिवहन (सीआरयूटी) प्रणाली के अंतर्गत 100 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाएंगे, जो एक आधुनिक, पर्यावरण अनुकूल शहरी गतिशीलता नेटवर्क को समर्थन प्रदान करेगा।
वहीं, अगले दिन शनिवार 21 जून को प्रधानमंत्री सुबह लगभग 6:30 बजे आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस सामूहिक योग प्रदर्शन में भाग लेंगे और उपस्थित जनसमूह को संबोधित करेंगे. 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री विशाखापत्तनम से राष्ट्रीय समारोह का नेतृत्व करेंगे।वे विशाखापत्तनम के समुद्र तट पर कॉमन योग प्रोटोकॉल (सीवाईपी) सत्र में लगभग 5 लाख प्रतिभागियों के साथ भाग लेंगे।योग संगम कार्यक्रम पूरे भारत में 3.5 लाख से अधिक स्थानों पर एक साथ आयोजित किए जाएंगे।इस वर्ष, MyGov और MyBharat जैसे प्लेटफॉर्म पर योग विद फैमिली और योग अनप्लग्ड के तहत युवा-केंद्रित पहल जैसी विशेष प्रतियोगिताएं शुरू की गई हैं।
बता दें, इस बार योग दिवस की थीम ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग’ है।2015 में इसकी शुरुआत के बाद से, जब संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने के भारत के प्रस्ताव को अपनाया, तब से प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली, चंडीगढ़, लखनऊ, मैसूर, न्यूयॉर्क (संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय) और श्रीनगर सहित विभिन्न स्थानों से समारोहों का नेतृत्व किया है।अंतरराष्ट्रीय योग दिवस तब से एक शक्तिशाली वैश्विक स्वास्थ्य आंदोलन के रूप में विकसित हुआ है।(साभार एजेंसी)