“मुड़िया मेला” में महाकुंभ जैसी सुरक्षा व्यवस्था,दो किमी पैदल चलना होगा

UP / Uttarakhand

(मथुरा ,UP)04जुलाई,2025.

मथुरा में विश्वविख्यात मुड़िया पूर्णिमा मेला को सकुशल संपन्न कराने के लिए अधिकारियों ने कमर कस ली है। मेला में करीब डेढ़ से दो करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में अधिकारियों के सामने मेला सकुशल संपन्न कराना चुनौती साबित होगा।अधिकारियों ने बैठक कर रणनीति तैयार की है।

पांचजन्य प्रेक्षाग्रह में हुई बैठक के दौरान डीएम चंद्रप्रकाश सिंह ने बताया है कि मेला क्षेत्र को पूरी तरह नियंत्रित और सुव्यवस्थित करने के लिए 62 सेक्टरों और 9 सुपर जोनों में विभाजित किया है। सीसीटीवी कैमरों से निगरानी और खोया-पाया केंद्र की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा उन्होंने कहा है कि प्रयागराज में कुंभ में जिस स्तर की व्यवस्थाएं की गई थीं, उन्हें गोवर्धन में भी दोहराने का प्रयास है। वहीं एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया है कि रूट डायवर्जन प्लान को अंतिम रूप दिया जा चुका है। संवाद

दो किमी पैदल चलकर पहुंचेगे गोवर्धन:
मुड़िया पूर्णिमा मेले में राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, एनसीआर व उत्तर प्रदेश से आने वाले भक्तों के लिए मार्ग में पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। मेले के दौरान गोवर्धन में सभी वाहन प्रतिबंधित रहेंगे। इससे परिक्रमा करने के लिए आने वाले भक्तों को कम से कम 2 किलोमीटर पैदल चल परिक्रमा के लिए पहुंचाना पड़ेगा। गोवर्धन पहुंचने के लिए 6 मार्ग हैं। इनमें से मथुरा, सौंख, बरसाना, छाता, डीग इन सभी मार्गों पर अस्थाई पार्किंग स्थल बनाए हैं। महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, दिल्ली व एनसीआर से आने वाले भक्त मथुरा मार्ग से गोवर्धन पहुंच सकते हैं।

जमुनामता चौराहे से लेकर अडींग तक दर्जनों पार्किंग बनाई गई हैं। सरकारी बस भी यहीं पर यात्रियों को उतारेगी। सौंख मार्ग से राजस्थान से आने वाले भक्त गोवर्धन पहुंच सकेंगे। छोटे वाहन महमदपुर पार्किंग में पार्क कराए जाएंगे। डीग मार्ग से आने वाले भक्तों के वाहन डींग मार्ग होकर गोवर्धन पहुंचेंगे। सरकारी बस रिंग रोड के पास यात्रियों को उतारेगी। निजी वाहनों के लिए अनाज मंडी के पास पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। वहीं कोसी, छाता मार्ग से दिल्ली, हरियाणा, पंजाब के यात्री गोवर्धन आएंगे। इस मार्ग पर नीमगांव पर पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। दिल्ली, हरियाणा, पंजाब तथा यमुना एक्सप्रेसवे से आने वाले वाहन छटीकरा मार्ग से राधाकुंड चौराहे पर पार्क किए जाएंगे। भक्तों को राधाकुंड से गिरिराज परिक्रमा प्रारंभ करनी होगी। सीओ गोवर्धन अनिल कुमार सिंह ने बताया कि गुरु पूर्णिमा मेले के दौरान संपूर्ण परिक्रमा मार्ग वाहनों के लिए प्रतिबंधित रहेगा। निजी वाहनों के लिए पर्याप्त पार्किंग स्थलों की व्यवस्था की गई है।

जंक्शन पर श्रद्धालुओं को नहीं लगना पड़ेगा लाइन में:
मुड़िया मेला में गोवर्धन जाने के लिए रोजाना रेल से लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। श्रद्धालुओं को जंक्शन पर टिकट के लिए खुले रुपये की समस्या नहीं हो, इसके लिए रेलवे ने अतिरिक्त 18 टिकट काउंटरों का संचालन किया है। इन सभी काउंटर पर डिजिटल पेमेंट की सुविधा उपलब्ध रहेगी। यात्रियों को अब यूपीआई और क्यूआर कोड स्कैन से जनरल टिकट मिल सकेगा। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि अभी तक जनरल टिकट लेने के लिए स्टेशन पर लंबी लाइन लगानी पड़ती है, लेकिन मेले में भीड़ को नियंत्रण करने के लिए डिजिटल भुगतान करके टिकट लेने की सुविधा उपलब्ध रहेगी। उन्होंने बताया कि यात्रा सुविधाजनक बनाने के लिए रेलवे द्वारा स्टेशन पर यूटीएस मोबाइल ऐप के माध्यम से भी जनरल टिकट लेने को यात्रियों को जागरूक किया जा रहा है। रेलवे पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि मेले में 18 अतिरिक्त टिकट काउंटर खोले गए हैं। इन सभी में डिजिटल पेमेंट की सुविधा उपलब्ध रहेगी।

छुट्टे पैसों की परेशानी से निजात:
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि मेले में आने वाले श्रद्धालु अब क्यूआर कोड को स्कैन कर किसी भी पेमेंट एप के जरिए आसानी से टिकट का पेमेंट कर सकेंगे। इसके अलावा काउंटर पर टिकट लेने के दौरान लोगों को छुट्टे पैसों की परेशानी का सामना भी नहीं करना पड़ेगा। कई बार यात्री के पास छुट्टे पैसे नहीं होते और टिकट काउंटर पर मौजूद कर्मचारी द्वारा ज्यादा पैसे लेने की शिकायतें भी सामने आती रहती हैं, लेकिन अब यात्रियों को इस तरह की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।

संतों से मांगे सुझाव:
मुड़िया पूर्णिमा मेला को लेकर डीएम की अध्यक्षता में तहसील सभागार में आयोजित बैठक में संतों से मेला की व्यवस्थाओं को लेकर सुझाव मांगे गए। बैठक में मुड़िया संत भी शामिल हुए। इसके उपरांत पौधारोपण किया, दानघाटी मंदिर पहुंच गिरिराजजी की पूजा अर्चना की तथा परिक्रमा मार्ग का निरीक्षण कर अधीनस्थों को निर्देश दिए। बुधवार को जिलाधिकारी के निर्देशन में आयोजित बैठक में संत सियाराम दास महाराज ने बताया कि पिछले मेला में होने वाली अव्यवस्थाओं से सीख लेकर कार्य करें। संत कृष्ण दास ने बताया कि मुड़िया मेला की प्रत्येक वर्ष बेहतर व्यवस्थाएं की जाती हैं, इस बार भंडारे संचालक गंदगी न होने दें। रामकृष्ण दास महाराज ने बताया कि प्रशासन द्वारा मुड़िया पंरपरा को भी आगे बढ़ाया जाए जिससे कि यहां आने वाले भक्त भी दर्शन कर सकें। भाजपा नेता सियाराम शर्मा ने बताया कि कई जगह सड़क खराब हैं, इनको समय से पहले सही कराया जाए।

सभागार में डीएम चन्द्र प्रकाश सिंह ने कहा कि गोवर्धन आने वाले भक्त अतिथि की तरह हैं, बरसात के चलते असुविधा हो सकती हैं, लेकिन श्रद्धा के आगे बाधा काम नहीं करती हैं। उन्होंने स्थानीय लोगों से मेला से पहले श्रमदान करने की अपील की। मेला की बैठक में विद्युत विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए लखनऊ तक रिपोर्ट करने को कहा। उन्होंने कहा कि 3 जुलाई तक सभी कार्य को पूरा कर लें। 4 जुलाई को टीम के साथ निरीक्षण किया जाएगा। काम अधूरा मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। इस अवसर पर एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्थाएं चाक- चौबंद रहेंगी। मेला को लेकर सुरक्षा रणनीति तय कर ली गई है।

विधायक ठा. मेघश्याम सिंह ने बताया कि राजकीय मुड़िया पूर्णिमा मेला को लेकर शासन की ओर से व्यवस्थाएं की जाती हैं। विभागीय अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी को समझना चाहिए। बैठक के उपरांत वन विभाग कार्यालय के समीप पौधारोपण किया। रेलवे स्टेशन पर जन सुविधाओं का निरीक्षण किया। दानघाटी मंदिर पहुंच गिरिराज जी की पूजा अर्चना की। सेवायत मथुरा दास कौशिक ने प्रसादी दुपट्टा ओढ़ाया तो सेवायत पवन कौशिक ने प्रसाद भेंट किया। इसके उपरांत महमदपुर बाईपास चौराहा, जमनावता चौराहा व राधाकुंड बाईपास का निरीक्षण किया। इस दौरान एसडीएम नीलम श्रीवास्तव, सीओ अनिल कुमार सिंह, गोवर्धन थाना प्रभारी रवि त्यागी, तहसीलदार मनीष कुमार, पीठाधीश्वर महंत केशव दास महाराज, दानघाटी मंदिर से अंशु कौशिक, व्यापार मंडल अध्यक्ष गणेश पहलवान आदि थे।(साभार एजेंसी)

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