(लखनऊ,UP )05जुलाई,2025.
उत्तर प्रदेश सरकार ने राजधानी दिल्ली में यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो (यूपीआईटीएस ) 2025 के तीसरे संस्करण के लिए एक भव्य रोड शो का आयोजन किया। यह आयोजन इंडिया एक्सपोजीशन मार्ट लिमिटेड के सहयोग से हुआ और इसका उद्देश्य उत्तर प्रदेश को वैश्विक व्यापार मानचित्र पर एक सशक्त पहचान दिलाना है।
यह रोड शो 27 जून को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा आयोजित कर्टन रेजर कार्यक्रम के बाद आयोजित हुआ। आगामी यूपीआईटीएस 2025 का आयोजन 25 से 29 सितंबर 2025 तक इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट, ग्रेटर नोएडा में किया जाएगा। ‘अल्टीमेट सोर्सिंग बिगन्स हेयर’ की थीम पर आधारित यह शो प्रदेश के प्रमुख क्षेत्रों जैसे एमएसएमई, इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी, हथकरघा और वस्त्र, ओडीओपी, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, खाद्य प्रसंस्करण, ऑटोमोबाइल, ईवी, नवीकरणीय ऊर्जा और पारंपरिक हस्तशिल्प को वैश्विक मंच प्रदान करेगा।
दिल्ली रोड शो की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री राकेश सचान ने की, जो एमएसएमई, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम, हथकरघा एवं वस्त्र विभाग के प्रभारी हैं। उनके साथ मंच पर प्रमुख सचिव आलोक कुमार, आईईएमएल के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार, FIEO के महानिदेशक एवं सीईओ डॉ. अजय सहाय, EPCH के अध्यक्ष डॉ. नीरज खन्ना, यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के ओएसडी शैलेन्द्र भाटिया, तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम में ऑस्ट्रिया, कनाडा, वियतनाम, सिंगापुर और नॉर्वे सहित कई देशों के दूतावास प्रतिनिधि, व्यापार संघों, खरीद एवं आपूर्ति सलाहकारों, क्षेत्रीय उद्योग विशेषज्ञों और उत्तर भारत भर से आए विभिन्न हितधारकों ने भाग लिया।
अपने संबोधन में राकेश सचान ने कहा, उत्तर प्रदेश आज विकास, उद्यमिता और वैश्विक संपर्क की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। यूपीआईटीएस 2025 केवल उत्पादों की प्रदर्शनी नहीं है, बल्कि राज्य की औद्योगिक शक्ति, परंपरा और नवाचार को विश्व मंच पर प्रस्तुत करने का अवसर है। राज्य के 75 जिलों से बढ़ता निर्यात यह दर्शाता है कि यूपी वैश्विक बाजारों से सीधे जुड़ रहा है।
उन्होंने कहा, यह आयोजन खरीदारों, निवेशकों, नवप्रवर्तकों और उत्पादकों के बीच स्थायी साझेदारियों के निर्माण का एक मंच है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार उद्योग-हितैषी नीतियों, उत्कृष्ट कानून-व्यवस्था और समान अवसरों के साथ उत्तर प्रदेश को निवेश और व्यापार के लिए आदर्श गंतव्य बना रही है।
प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने कहा, उत्तर प्रदेश अब तेजी से उभरता हुआ औद्योगिक राज्य बन गया है। यूपीआईटीएस जैसे मंचों के माध्यम से हम अपने एमएसएमई, शिल्पकारों और उद्यमियों को वैश्विक बाजारों से जोड़ने में सफल हो रहे हैं। यह मंच राज्य के ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के विज़न में योगदान देने का माध्यम बन चुका है।
डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि यूपीआईटीएस 2025 में उत्तर प्रदेश के सभी प्रमुख क्षेत्रों और उत्पादों को एक ही छत के नीचे प्रस्तुत किया जाएगा, जो इसे वैश्विक खरीदारों के लिए एक आदर्श सोर्सिंग डेस्टिनेशन बनाएगा। डॉ. अजय सहाय ने जानकारी दी कि राज्य सरकार के सहयोग से विदेशी खरीदारों के लिए विशेष कार्यक्रम, बी2बी बैठकें और वित्तीय सहायता की व्यवस्था की गई है। इससे उत्तर प्रदेश की विनिर्माण और रचनात्मक क्षमता को दुनिया के सामने लाने में मदद मिलेगी।
इस रोडशो में यूपीआईटीएस 2025 की प्रमुख विशेषताओं जैसे – व्यापक प्रदर्शनी क्षेत्र, केंद्रित बी2बी बैठकें, खरीदार मंडल, ओडीओपी प्रदर्शनियां और निर्यात प्रोत्साहन क्षेत्रों की भी झलक प्रस्तुत की गई। यह पहल देश-विदेश के खरीदारों को आकर्षित करने और व्यापारिक सहभागिता बढ़ाने की दिशा में निर्णायक कदम है।
यह रोडशो एक राष्ट्रव्यापी प्रचार श्रृंखला का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य यूपीआईटीएस 2025 को अधिक प्रभावशाली बनाना और भागीदारी को बढ़ावा देना है। दिल्ली के बाद यह प्रचार अभियान हैदराबाद, बेंगलुरु, मुंबई और अहमदाबाद जैसे शहरों में भी आयोजित किया जाएगा।
पूर्व के संस्करणों की अभूतपूर्व सफलता – जिसमें लाखों आगंतुकों और खरीदारों की भागीदारी के साथ हजारों करोड़ रुपये के व्यापार प्रस्ताव प्राप्त हुए – के बाद, UPITS 2025 को और अधिक व्यापक, समावेशी और वैश्विक स्तर पर प्रभावशाली माना जा रहा है। यह आयोजन न केवल व्यापारिक गतिविधि है, बल्कि उत्तर प्रदेश की क्षमताओं, परंपरा और भविष्य की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है(साभार एजेंसी)