(गुवाहाटी,असम)14सितम्बर,2025.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी असम के दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को गुवाहाटी पहुंचे, जहां वह महान गायक भूपेन हजारिका को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित विशेष सभा में शामिल हुए. पीएम मोदी ने गुवाहाटी में एक रोड भी शो किया।
सड़क के दोनों ओर लंबी कतारों में खड़े लोग प्रधानमंत्री के काफिले का उत्साहवर्धन कर रहे थे और हाथ हिला रहे थे।पीएम मोदी गुवाहाटी में भारत रत्न भूपेन हजारिका की 100वीं जयंती पर आयोजित समारोह में शामिल हुए।इस मौके पर उन्होंने भूपेन हजारिका को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने गुवाहाटी में रोड शो किया। इस दौरान उन्होंने सड़क पर खड़े लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। लोगों ने फूल बरसाकर उनका स्वागत किया।सड़क के दोनों ओर लंबी कतारों में खड़े लोग प्रधानमंत्री के काफिले का उत्साहवर्धन कर रहे थे और हाथ हिला रहे थे।
“भारत रत्न’ से अलंकृत भूपेन हजारिका के गीत भारत को एकजुट करते हैं” : प्रधानमंत्री मोदी
हजारिका के जन्म शताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ‘भारत रत्न’ से अलंकृत भूपेन हजारिका के गीत आज भी भारत को एकजुट करते हैं और लोगों में ऊर्जा का संचार करते हैं. मोदी ने कहा कि उनका संगीत ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की अवधारणा को समाहित करता है।
उन्होंने कहा कि, आज भूपेन दा भले ही शारीरिक रूप से मौजूद नहीं हैं, लेकिन उनकी आवाज लोगों को ऊर्जा देती है. उनके गीत भारत को एकता के सूत्र में पिरोते हैं। उनका संगीत ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की अवधारणा को समेटे हुए है. वह भारत की सांस्कृतिक परंपराओं में रचे-बसे थे।
मोदी ने कहा कि, “आज का दिन अद्भुत है और ये पल अनमोल हैं..जो दृश्य यहां मैंने देखा, जो उत्साह और तालमेल मुझे दिखा, भूपेन संगीत की जो ली दिखी, अगर मैं भूपेन दा के शब्दों में ही कहूं, तो मन में बार-बार आ रहा था.. ‘ समय ओ धीरे चलो, समय ओ धीरे चलो.”
पीएम मोदी ने कहा कि, भूपेन दा भारत की एकता और अखंडता के महान नायक थे. दशकों पहले, जब नॉर्थ ईस्ट उपेक्षा का शिकार था, नॉर्थ ईस्ट को हिंसा और अलगाववाद की आग में जलने के लिए छोड़ दिया गया था. तब भूपेन दा उस मुश्किल समय में भी भारत की एकता को ही आवाज देते रहे.
प्रधानमंत्री ने कहा कि हजारिका ने उस समय एकजुट पूर्वोत्तर के लिए आवाज उठाई, जब क्षेत्र में हिंसा का दौर चरम पर था. उन्होंने कहा कि भूपेन हजारिका को भारत रत्न से अंलकृत किया जाना पूरे पूर्वोत्तर के लिए सम्मान की बात है.
पीए मोदी ने कहा कि, भूपेन हजारिका जी ने जीवन पर्यंत संगीत की सेवा की. संगीत जब साधना बनता है, तो वो हमारी आत्मा को छूता है और संगीत जब संकल्प बनता है, तो वो समाज को नई दिशा दिखाने का माध्यम बन जाता है. उन्होंने कहा कि, भूपेन दा का संगीत इसलिए ही इतना विशेष था. उन्होंने जिन आदर्शों को जिया, जो अनुभव किया, वही अपने गीतों में भी गाया(साभार एजेंसी)