“दिव्य कला मेला”, “दिव्य कला शक्ति” और “दिव्यांगजन रोजगार मेला” का आयोजन

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(नई दिल्ली)05जुलाई,2024.

भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन अधिकारिता विभाग ने राष्ट्रीय दिव्यांगजन वित्त एवं विकास निगम (एनडीएफडीसी) के साथ मिलकर एक उल्लेखनीय कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी की है, जिसमें देश भर के दिव्यांग उद्यमियों और कारीगरों की प्रतिभा और शिल्प कौशल को प्रदर्शित किया जाएगा। दिव्य कला मेला और दिव्य कला शक्ति का आयोजन 5 से 11 जुलाई 2024 तक ओडिशा के भुवनेश्वर में कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (केआईआईटी) परिसर में किया जाएगा।

इस कार्यक्रम का उद्घाटन 5 जुलाई 2024 को दोपहर एक बजे भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री श्री बी.एल. वर्मा द्वारा किया जाएगा। उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उत्तराखंड और ओडिशा सहित छह राज्यों के दिव्यांगजनों के लिए काम करने वाले प्रमुख गैर सरकारी संगठन और अन्य गणमान्य व्यक्ति उद्घाटन समारोह में भाग लेंगे।

प्रतिष्ठित सांस्कृतिक कार्यक्रम “दिव्य कला शक्ति” में उपरोक्‍त छह राज्यों के दिव्यांगजन कलाकार प्रस्तुति देंगे। केआईआईटी विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित “दिव्य कला शक्ति” दिव्यांगजनों की प्रतिभा और क्षमताओं को दर्शाता है, साथ ही कला तथा संस्कृति के माध्यम से समाज में उनके समावेश को बढ़ावा देता है।

“दिव्य कला मेला” में 190 से अधिक दिव्यांग कारीगरों, कलाकारों और उद्यमियों द्वारा तैयार किए गए जीवंत उत्पादों का प्रदर्शन किया जाएगा। आगंतुक घर की सजावट और जीवनशैली, कपड़े, स्टेशनरी, पर्यावरण के अनुकूल उत्पाद, पैकेज्ड फूड, ऑर्गेनिक उत्पाद, खिलौने, उपहार, व्यक्तिगत सामान जैसे आभूषण और क्लच बैग, पेंटिंग आदि सहित विविध प्रकार के उत्‍पादों को प्राप्‍त कर सकते हैं।

यह कार्यक्रम “वोकल फॉर लोकल” पहल को प्रोत्साहित करता है, जिससे आगंतुकों को दिव्यांग कारीगरों द्वारा अत्यधिक दृढ़ संकल्प के साथ बनाई गई अनूठी वस्तुओं को खरीदने का अवसर प्राप्‍त होगा।

6 दिवसीय कार्यक्रम 5 जुलाई से 11 जुलाई तक कैंपस-6 में सुबह 9:00 बजे से रात 9:30 बजे तक चलेगा। इसमें दिव्यांग कलाकारों और जाने-माने पेशेवरों द्वारा प्रस्तुतियाँ देने सहित सांस्कृतिक गतिविधियों की एक श्रृंखला होगी। इसके अतिरिक्त, आगंतुक कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रीय व्यंजनों का स्वाद भी ले सकते हैं।

ओडिशा के स्वामी विवेकानंद राष्ट्रीय पुनर्वास प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (एसवीएनआईआरटीएआर) द्वारा भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एएलआईएमसीओ) के सहयोग से दिव्यांगजनों को सहायता प्रदान करने के लिए अलग-अलग आकलन शिविर आयोजित किए जाएंगे।

दिव्यांगजन रोजगार मेले के साथ-साथ दिव्य कला मेला और दिव्य कला शक्ति एक समावेशी समाज के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है जो दिव्यांगजनों का सम्मान करता है और उन्हें अधिकार सम्‍पन्‍न बनाता है। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन अधिकारिता विभाग द्वारा सावधानीपूर्वक योजनाबद्ध और आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य पूरे देश में दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण की अवधारणा को बढ़ावा देना है(साभार PIB)

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