(लखनऊ)08अगस्त,2024.
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्राइवेट कर्मचारियों की सरकारी कार्यालय में किसी भी प्रकार का कार्य करने पर पूर्ण रूप से रोक लगा दी। सभी राजस्व कार्यालय और थानों के अंदर प्राइवेट कर्मचारियों को कतई भी न रखा जाए अगर कोई भी प्राइवेट कर्मचारी किसी भी एसडीएम की गाड़ी या थानों में तैनात पाया गया तो कड़ी कार्रवाई होगी।
मुख्यमंत्री ऑफिस ने ऐक्स हैंडल से गुरुवार को पोस्ट किया है। लिखा गया है कि सरकारी कार्यालय यथा-राजस्व, पुलिस, थानों में कोई भी प्राइवेट कर्मी कार्य करता न मिले, ऐसा पाया जाता है तो उसके विरुद्ध कठोर दण्डात्मक कार्रवाई की जाए। राजस्व वादों की समीक्षा प्रतिदिन जिला स्तर पर की जाए। थाने में आने वाली शिकायतों की उच्चाधिकारियों द्वारा नियमित समीक्षा हो।
वहीं इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि गांव में साप्ताहिक चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याओं का निराकरण कराया जाए। महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान देते हुए त्वरित कार्रवाई की जाए। सीएम ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में ट्रांसफार्मर खराब होने पर उसे बदलने के लिए समय सीमा का पालन करने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को दूर किया जाए जिससे लोगों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत होने पर तत्काल मदद मिल सके।(साभार)