(गोरखपुर)09अगस्त,2024.
एजेंसी से प्राप्त समाचार के अनुसार गोरखपुर-सोनौली हाईवे से सटा बालापार इलाका भी अब शहरी सीमा में शुमार हो जाएगा। विकास ने यहां के लोगों को नई उम्मीदें जगा दी हैं। बालापार ओवरब्रिज इस महीने तैयार हो जाएगा। इस इलाके में प्रस्तावित दो फोरलेन सड़क भी बनने जा रही है।
महायोगी गुरु गोरखनाथ विश्वविद्यालय पहले से ही संचालित है। जीडीए अब इसे शहर का इंट्री प्वाइंट के रूप में विकसित करने जा रहा है। इसके लिए बालापार में ही प्रवेश द्वार बनेगा। नया गोरखपुर भी यहां बसाया जाएगा, जहां आवासीय के साथ होटल, मॉल, स्कूल, हॉस्पिटल की सुविधा उपलब्ध होगी। आने वाले दिनों में इस क्षेत्र की रंगत बदल जाएगी।
प्राप्त हुई जानकारी के गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने अपना सीमा विस्तार पीपीगंज तक बढ़ा दिया है। नया गोरखपुर के तहत बालापार, मानीराम समेत चार गांवों की जमीन अधिग्रहित की जा रही है। बालापार में प्रवेश द्वार बनाने की अनुमति जीडीए बोर्ड से मिल गई है।
इसके अलावा लखनऊ मार्ग पर गीडा क्षेत्र से पहले नौसड़ से आगे एक प्रवेश द्वार बनाने का निर्णय लिया गया है। इस तैयारी की भनक लगते ही आसपास के गांवों में तेजी से जमीनों की प्लांटिंग होने लगी है।
बालापार में बन रहे ओवरब्रिज से आगे बढ़ने पर महज कुछ ही दूरी पर महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय बना हुआ है। विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों के आवाजाही से यह मार्ग गुलजार था।
विश्वविद्यालय से पहले ही सड़क के किनारे प्लाटिंग की गई थी। उधर, से गुजर रहे बैजनाथपुर निवासी अवधेश ने बताया कि अभी कुछ माह पहले ही प्रापर्टी डीलर ने प्लाटिंग कराई है। ओवरब्रिज के चालू होते ही इस मार्ग के विकास को देखते हुए इस मार्ग पर खेतों में प्लाटिंग की गई है।
इस मार्ग पर अब लोग निवेश के रूप के लिए जमीन की तलाश कर रहें हैं। थोड़ी दूरी पर चाय की दुकान लगाने वाले ने बताया कि शाम होते ही इस मार्ग पर लोग जाने से कतराते हैं लेकिन अब बेहिचक होकर लोग आ-जा रहे हैं।
ओवरब्रिज का काम अंतिम चरण में है। इसके साथ बालापार-टिकरिया फोरलेन का निर्माण कार्य भी जल्द शुरू होने जा रहा है। इस सड़क के बन जाने से पूरे इलाके की सूरत ही बदल जाएगी। इस मार्ग के बन जाने से आसपास के 100 गांवों के साथ महराजगंज जिले के पनियरा इलाके के लोगों का आवागमन सुगम हो जाएगा।(साभार अ.उ.एजेंसी)