प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र के जलगांव में लखपति दीदी सम्मेलन को संबोधित किया
(जलगांव,महाराष्ट्र)25अगस्त,2024.
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज महाराष्ट्र के जलगांव में लखपति दीदी सम्मेलन में भाग लिया। उन्होंने 11 लाख नई लखपति दीदियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए और उन्हें सम्मानित किया, जो हाल ही में वर्तमान सरकार के तीसरे कार्यकाल के दौरान लखपति बनी हैं। प्रधानमंत्री ने देश भर की लखपति दीदियों से बातचीत भी की। श्री मोदी ने 2,500 करोड़ रुपये का रिवॉल्विंग फंड जारी किया, जिससे 4.3 लाख स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के लगभग 48 लाख सदस्यों को लाभ मिलेगा। उन्होंने 5,000 करोड़ रुपये के बैंक ऋण भी वितरित किए, जिससे 2.35 लाख एसएचजी के 25.8 लाख सदस्यों को लाभ मिलेगा। लखपति दीदी योजना की शुरुआत से अब तक एक करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाया जा चुका है और सरकार ने तीन करोड़ लखपति दीदियों का लक्ष्य रखा है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत इस अवसर पर उपस्थित माताओं और बहनों की विशाल भीड़ के प्रति आभार व्यक्त करते हुए की। लखपति दीदी सम्मेलन के विशाल आयोजन में माताओं और बहनों की भारी भीड़ की उपस्थिति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए, श्री मोदी ने कहा, “आज, पूरे भारत में फैले लाखों महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए 6000 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि वितरित की गई”। उन्होंने कहा कि यह धनराशि कई महिलाओं को ‘लखपति दीदी’ बनने के लिए प्रेरित करेगी। प्रधानमंत्री ने अपनी शुभकामनाएं भी दीं।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि महाराष्ट्र की माताएँ और बहनें राज्य की गौरवशाली संस्कृति और परंपराओं की झलक देती हैं। इस बात पर जोर देते हुए कि लखपति दीदी अभियान सिर्फ माताओं और बहनों की आय बढ़ाने का एक तरीका नहीं है, बल्कि परिवार और आने वाली पीढ़ियों को मजबूत करने का एक महाअभियान है, प्रधानमंत्री ने कहा कि यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बदल रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, “यहां मौजूद हर महिला जानती है कि जब वह आजीविका कमाने लगती है तो समाज में उसकी सामाजिक स्थिति ऊंची हो जाती है।”
उन्होंने कहा कि आय बढ़ने के साथ ही परिवार की क्रय शक्ति भी बढ़ती है। उन्होंने कहा, “जब एक बहन लखपति दीदी बन जाती है तो पूरे परिवार की किस्मत बदल जाती है।” भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में महिलाओं के योगदान को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने अतीत में महिलाओं के विकास के प्रति उपेक्षा की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा कि देश में करोड़ों महिलाओं के पास कोई संपत्ति नहीं है, जिससे छोटे व्यवसाय शुरू करने के लिए बैंक ऋण लेने में बड़ी बाधा आती थी। “इसलिए”, प्रधानमंत्री ने कहा, “मैंने महिलाओं पर बोझ कम करने का संकल्प लिया और मोदी सरकार ने एक के बाद एक महिलाओं के हित में फैसले लिए।” मौजूदा सरकार के 10 साल और पिछली सरकारों के सात दशकों की तुलना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मौजूदा सरकार ने महिलाओं के हित में पिछली किसी भी सरकार से ज्यादा काम किया है।
केंद्रीय ग्रामीण विकास व कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने लखपति दीदियों के सम्मान के लिए हो रहे कार्यक्रम को संबोधित किया। श्री चौहान ने भारी बारिश के बावजूद भी बड़ी संख्या में कार्यक्रम में उपस्थित होने के लिए दीदियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि मैं बहनों के ऐसे उत्साह और उनके प्रेम को प्रणाम करता हूं।
श्री शिवराज सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का संकल्प है कि कोई बहन मजबूर ना रहे, किसी एक बहन की भी आंखों में आंसू ना बहे, उनके चेहरे पर हमेशा मुस्कान रहे, इसके लिए उन्होंने लखपति दीदी अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि मुझे यह कहते हुए गर्व होता है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के संकल्प से एक करोड़ लखपति दीदियां बन चुकी हैं। आज 30000 स्थानों पर बैठी 11 लाख दीदियों को लखपति दीदी का प्रमाण पत्र मिल रहा है डेढ़ करोड़ दीदी कार्यक्रम से जुड़ी हुई हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि 100 दिन में 11 लाख दीदियां लखपति बनाई जाएंगी लेकिन 100 दिन के पहले ही 11 लाख लखपति दीदी बन गई हैं मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आशीर्वाद से 3 करोड़ लखपति दीदी बनेंगी।
श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से कहा कि मैं विकसित भारत बनाने के लिए तीन गुना ताकत से काम करूंगा। मैं आपसे एक ही बात कहना चाहूंगा कि मेरी दीदियों और बहनों आओ संकल्प लो कि प्रधानमंत्री के संकल्प को पूरा करने के लिए दो गुना ताकत से काम करेंगे। उन्होंने कहा कि जो बहनें लखपति बन चुकी हैं वह और दीदियों को लखपति बनाएंगी और प्रधानमंत्री के सपने गरीबी मुक्त गांव बनाने में हम भी कोई कमी नहीं छोड़ेंगे। श्री चौहान ने कहा कि आज संकल्प लेने का समय है। उन्होंने कहा कि आप दोनों हाथ ऊपर उठाकर यह संकल्प लें कि प्रधानमंत्री जी आप तीन गुना ताकत से काम करेंगे तो हम आपके पीछे दो गुनी मेहनत करके दीदियों को लखपति भी बनाएंगे और विकसित भारत का निर्माण भी करेंगे.