(लखनऊ)09अक्टूबर,2024.
लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने कहा कि सीखने की कला को उम्र के किसी भी दौर में समाप्त नहीं होना देना चाहिए। यही हमें सबसे अलग और मानव गुणों में सर्वश्रेष्ठ बनाता है। वह बुधवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महिला कॉलेज में आयोजित वार्षिक प्रतिभा सम्मान समारोह में बोल रहे थे।
कुलपति ने श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को प्रतिभा सम्मान से नवाजा। विशिष्ट अतिथि राज्य ललित कला अकादमी के उपाध्यक्ष गिरीशचंद्र मिश्रा ने कला और साहित्य को भारतीय संस्कृति का मूल बताया। प्राचार्य प्रो. अनुराधा तिवारी ने पुरस्कृत छात्राओं को शुभकामनाएं दीं।
इस मौके पर सभी पाठ्यक्रमों में सर्वाधिक अंक पाने पर अमरीशा मिश्रा के अलावा अन्य पाठ्यक्रमों में सबसे ज्यादा अंक पाने वाली छात्राओं नेहा पाल (बीएससी, पीसीएम), मुस्कान खान (बीएससी जेडबीसी), सौम्या श्रीवास्तव (गृहविज्ञान), शाहीन अंसारी (प्राचीन भारतीय इतिहास), सृष्टि गुप्ता (बीकॉम), सौम्या श्रीवास्तव (एमए अर्थशास्त्र) सत्या उपाध्याय (एमए समाज शास्त्र) और निधि सिंह ( एमएससी जंतु विज्ञान) को प्रतिभा सम्मान से नवाजा गया।(साभार एजेंसी)