रिंग रोड की तर्ज पर बनेगी रिंग रेल, 4500 करोड़ होंगे खर्च;10 स्टेशनों को किया जाएगा विकसित

UP / Uttarakhand

(लखनऊ UP)18दिसम्बर,2024.

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आउटर रिंग रोड की तर्ज पर ‘रिंग रेल’ बनाई जाएगी। शहर की परिधि में आने वाले 10 छोटे स्टेशनों को विकसित किया जाएगा। इन स्टेशनों पर चारबाग व लखनऊ जंक्शन की ट्रेनों को शिफ्ट किया जाएगा। इससे चारबाग और लखनऊ जंक्शन पर आ रहे ट्रैफिक दबाव में 80 फीसदी तक कमी आएगी। चारबाग में जाम की समस्या भी कम होगी। इस पर करीब 4500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। जनवरी से इसके लिए सर्वे शुरू होगा।

उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के चारबाग व पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ जंक्शन रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन 240 से अधिक ट्रेनों व करीब डेढ़ लाख यात्रियों की आवाजाही होती है। इसके चलते चारबाग इलाके में जाम की भी समस्या होती है। उत्तर रेलवे प्रशासन ने इन स्टेशनों पर ट्रैफिक लोड कम करने के उद्देश्य से इस प्रोजेक्ट को तैयार किया है।

रिंग रेल को इस तरह विकसित किया जाएगा, जिससे यात्रियों को स्टेशन आने-जाने में असुविधाओं का सामना न करना पड़े। उम्मीद जताई जा रही है कि छह महीने में इस पर काम शुरू हो जाएगा। इसके बाद ट्रेनों की शिफ्टिंग की जाएगी।

इन दस स्टेशनों का बढ़ेगा कद:
उतरेटिया, मल्हौर, ट्रांसपोर्टनगर, मानकनगर, आलमनगर, ऐशबाग, सिटी स्टेशन, डालीगंज, बादशाहनगर और गोमतीनगर स्टेशन रिंग रेल के अंग बनेंगे। इन्हें शहर के यातायात के लिहाज से विकसित किया जाएगा। इसके लिए पूर्वोत्तर रेलवे के अफसरों से भी विचार-विमर्श होगा, ताकि रिंग रेल पर पड़ने वाले उनके स्टेशनों का भी विकास हो सके।

उतरेटिया बाईपास पर बढ़ेगी स्पीड:
उतरेटिया से ट्रांसपोर्टनगर के बीच ट्रैक का दोहरीकरण हो चुका है। यहां स्पीड बढ़ाकर 100 किमी प्रति घंटे तक की जाएगी। स्पीड बढ़ाने के साथ-साथ चारबाग स्टेशन की 29 नॉन प्रीमियम ट्रेनों को उतरेटिया के रास्ते बाईपास कर ट्रांसपोर्टनगर ले जाया जाएगा। इससे चारबाग में ट्रेनों व यात्रियों का लोड कम हो जाएगा। वहीं, ऐशबाग से मानकनगर के बीच बने बाईपास को और उन्नत बनाया जाएगा।

कानपुर रूट पर उन्नाव तक बनेगा फोरलेन:
लखनऊ से कानपुर के बीच फोरलेन के प्रोजेक्ट पर भी इसके तहत काम किया जाएगा। इसके लिए उन्नाव तक ट्रैक को फोरलेन बनाया जाएगा। इसके आगे बाईपास लाइन बनाई जाएगी, जिससे ट्रेनों व मालगाड़ियों को कानपुर नहीं ले जाना पड़ेगा। उन्नाव के रास्ते बाईपास से होते हुए ट्रेनें दिल्ली रूट पर निकल जाएंगी।

स्टेशनों पर आवागमन बनाया जाएगा आसान:
रिंग रेल पर आने वाले स्टेशनों पर यात्रियों की पहुंच सुगम बनाने के लिए सिटी ट्रांसपोर्ट की भी मदद ली जाएगी। ऑटो, टैंपो, सिटी बसें, मेट्रो आदि की पहुंच इन स्टेशनों तक होने से यात्रियों की आवाजाही आसान हो जाएगी। इसके लिए रेलवे अफसर सिटी ट्रांसपोर्ट व परिवहन विभाग अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।

यात्रियों को मिलेगी राहत:
रिंग रोड की तर्ज पर लखनऊ में रिंग रेल बनाने की योजना है। इसकी रूपरेखा तैयार कर ली गई है। महाप्रबंधक ने प्रस्ताव को सहमति दे दी है। जल्द सर्वे किया जाएगा। इससे लखनऊ में रेलवे ट्रैफिक सुगम व आसान हो जाएगा और यात्रियों को राहत होगी। -रजनीश श्रीवास्तव, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक, उत्तर रेलवे (साभार एजेंसी)

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