“वरुणा” से निकलने वाले प्लास्टिक से भी कमाई करेगा नगर निगम;नदी साफ होगी

UP / Uttarakhand

(वाराणसी UP)25अक्टूबर,2024.

वाराणसी में नदियों की सफाई के लिए पहल की गई है। अब नदियों से प्लास्टिक के कचरे निकालने का काम हो रहा है। प्रतिदिन 300 किलो प्लास्टिक निकाले जा रहे हैं। इस काम में निगम के कुल 15 कर्मियों की नियुक्ति की गई है।

वरुणा नदी को सुंदर बनाने के लिए नगर निगम ने एक संस्था से अनुबंध किया है, जो नदी से प्लास्टिक कचरे को निकालेगी। इससे न केवल पर्यावरण के लिहाज से नदी साफ होगी बल्कि निकलने वाले प्लास्टिक को रिसाइकिल कर दोबारा इस्तेमाल करने लायक बनाया जाएगा। इससे निगम को आय भी होगी।

इसके लिए वरुणा पार क्षेत्र में एक सेंटर खोला गया है। प्रतिदिन 250 से 300 किलो प्लास्टिक वरुणा नदी से निकल रहा है। जिसे एकत्र करने के लिए नगर निगम की ओर से 15 सफाई कर्मचारियों को लगाया गया है। जो वरुणा किनारे सफाई अभियान में जुटे हैं।

पिछले दिनों प्लास्टिक फिशर नामक एक जर्मन कंपनी ने प्लास्टिक कचरा एकत्र किया था। पिछले एक साल में कंपनी ने 38 टन प्लास्टिक एकत्र किया था। इसे रिसाइकिल दोबारा इस्तेमाल में लाया जाता है। कंपनी के एक सदस्य ने बताया कि हमारा ये प्रोजेक्ट वाराणसी में एक साल से चल रहा है। हमारी टीम के 13 लोग इस काम में लगे हुए हैं।

रिसाइकिल प्लास्टिक से बनेंगे बोर्ड्स, फर्नीचर और टाइल्स:

प्लास्टिक को एकत्र करने के बाद उसे शेड में ड्राई किया जाता है। मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर में भेजने के बाद रिसाइकिल वेस्ट को अलग किया जाता है। नॉन रिसाइकिल और सिंगल यूज प्लास्टिक को अलग किया जाता है, जिसे सीमेंट प्लांट में भेजा जाता है। इन प्लास्टिक को बोर्ड्स, फर्नीचर और टाइल्स बनाने में इस्तेमाल किया जाता है(साभार एजेंसी)

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