महाकुंभ में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी ने लगाई पवित्र डुबकी

UP / Uttarakhand Uttarakhand

(प्रयागराज UP)10फरवरी,2025.

इस समय पूरे देश की निगाहें प्रयागराज महाकुंभ पर टिकी हुई हैं, जहां आस्था की गंगा प्रवाहित हो रही है। हर श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में स्नान कर स्वयं को आध्यात्मिक रूप से धन्य महसूस कर रहा है। इसी क्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी सपरिवार प्रयागराज पहुंचे और श्रद्धा के साथ संगम में आस्था की डुबकी लगाई।

यह पल यकीनन यादगार पल है जब जन्मदायिनी माँ, रोग़ दोषमुक्त करने वाली माँ गंगा में डुबकी लगा रही हों व उन्हें उनके पुत्र व पुत्रवधु स्नान करवा रहे हों। ऐसे दुर्लभ पल बहुत कम दिखने को मिलते हैं। गंगा, यमुना, सरस्वती के मायके के मुख्यमंत्री जब तीनों के त्रिवेणी संगम प्रयागराज में अपनी धार्मिक लोक परंपराओं के साथ माँ को स्नान करवा रहे हों तब यकीनन प्रयागराज त्रिवेणी में अपनी बेटी के ऐसे स्नान पर माँ गंगा, यमुना व सरस्वती का स्नेह व लाड़ इस परिवार को मिल रहा होगा।

यूँ भी विगत दिवस मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा राज्य में यूसीसी लागू करने के उपरान्त प्रयागराज में साधू संत समाज द्वारा उनका अभूतपूर्व सम्मान किया गया। श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी महाराज के प्रयागराज स्थित शिविर में हुए उनके इस सम्मान में अभूतपूर्व भीड़ उमड़ी थी। जिसमें कई अखाड़ों के महामंडलेश्वरों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को आशीर्वाद दिया व यूसीसी लागू करने हेतु उनकी भूरी भूरी प्रशंसा की है।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज त्रिवेणी संगम में स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित किया। खास बात यह रही कि मुख्यमंत्री धामी पूरी तरह पारंपरिक सनातनी वेशभूषा में नजर आए, कंधे पर जनेऊ धारण किए हुए। यह नजारा देखते ही लोगों का ध्यान उनकी ओर आकर्षित हुआ और हर कोई उनकी धार्मिक आस्था को देखकर प्रभावित नजर आया।

मुख्यमंत्री धामी को अक्सर ‘धर्म रक्षक धामी’ के नाम से जाना जाता है, और आज की यह तस्वीर इस उपाधि को सार्थक करती है। राजनीति में अक्सर जनेऊ चुनावी रंग में लिपटा नजर आता है, लेकिन धामी के कंधे पर यह पवित्र धागा उनकी सनातन परंपरा और धर्म के प्रति गहरी आस्था को दर्शा रहा है।

मुख्यमंत्री धामी की यह तस्वीर तब और भी भावुक कर देने वाली हो जाती है जब वे और उनकी पत्नी अपनी माता जी को स्वयं संगम में स्नान कराते हैं और जलाभिषेक करते हैं। यह उनकी माता के प्रति असीम श्रद्धा और कृतज्ञता को दर्शाता है।

निस्संदेह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का यह धार्मिक रूप लोगों को खासा प्रभावित कर रहा है। महाकुंभ में उमड़ी भीड़ के बीच उनकी यह यात्रा एक प्रेरणादायक संदेश देती है कि धर्म और परंपराएं केवल दिखावे के लिए नहीं, बल्कि जीवन का अभिन्न हिस्सा होनी चाहिए।(साभार एजेंसी)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *