(लखनऊ UP)25मार्च,2025.
कासगंज-एटा बड़ी रेललाइन के लिए प्रक्रिया चल रही है। इसके लिए भूमि अधिग्रहण से पूर्व की कार्रवाई की गई है। राजस्व विभाग के द्वारा इसका वेरीफिकेशन किया जा रहा है। कुल 20 गांव के किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। इसमें चार कासगंज और 16 गांव एटा जनपद के शामिल हैं।कासगंज-एटा रेल लाइन करीब 30 किलोमीटर लंबी बिछाई जाएगी। इससे दोनों जिलों के बीच ट्रेनों की अच्छी कनेक्टीविटी बनेगी। पूर्वोत्तर रेल मंडल इस परियोजना पर कार्य कर रहा है। इस रेल लाइन बिछने के के बाद टूंडला और आगरा जैसे स्टेशन भी इनसे सीधे जुड़ेंगे। कासगंज-एटा रेल लाइन के निर्माण की मांग दोनों जनपदों के लोगों के द्वारा काफी समय से की जा रही थी। सर्वेक्षण होने के बाद में निर्माण की प्रक्रिया को मंजूरी मिल गई। एटा-कासगंज के बीच नदरई पर मथुरा की मुख्य रेल लाइन से यह रेल लाइन जुड़ जाएगी। रेलवे बोर्ड के द्वारा प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है। इसके लिए भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई की प्रारंभिक प्रक्रिया शुरू की गई है। कासगंज व एटा के राजस्व विभाग के द्वारा रेल लाइन के लिए अधिगृहीत की जाने वाली भूमि के अधिग्रहण के प्रस्ताव को तहसीलों में वेरीफिकेशन के लिए भेजा है। कासगंज जनपद में 4 गांव कुरामई, बांकनेर, बरेला एवं नसरतपुर के कुल 174 गाटा की भूमि के अधिग्रहण का प्रस्ताव बना है। तहसील प्रशासन इनका वेरीफिकेशन कर रहा है। अब रेलवे भूमि अधिग्रहण से पूर्व रेलवे अधिनियम की धारा 20ए के अंतर्गत नोटिस जारी करके भू-स्वामियों से आपत्तियां मांगी जाएंगी। एक माह के बीच इन आपत्तियों का निस्तारण होगा। इसके बाद अधिग्रहण की अंतिम तिथियां जारी अधिगृहीत भूमि का मुआवजा देकर भूमि अधिगृहीत की जाएगी।(साभार एजेंसी)