(गोरखपुर UP)13अप्रैल,2025.
डोमिनगढ़-गोरखपुर जं.-कैंट स्टेशन के बीच बिछाई गई तीसरी लाइन को जोड़ने के लिए शनिवार से गोरखपुर जंक्शन पर यार्ड रिमाॅडलिंग का कार्य शुरू हो गया है । इसके लिए प्री और नॉन इंटरलॉकिंग कार्य 12 अप्रैल से तीन मई तक चलेगा, जिसके लिए 22 दिनों तक गोरखपुर स्टेशन पर मेगा रूट ब्लॉक लिया गया है।
शनिवार सुबह आठ बजे से ट्रेनों का आवागमन रुक रहा है । रूट ब्लॉक के चलते लखनऊ, दिल्ली, मुंबई, वाराणसी, प्रयागराज, छपरा समेत विभिन्न स्टेशनों की तरफ जाने वाली 122 ट्रेनें अलग-अलग तारीखों में निरस्त रहेंगी। तीन मई को सीआरएस निरीक्षण कराए जाने की तैयारी है।
गोरखपुर जंक्शन लखनऊ-छपरा मुख्य रेल मार्ग पर है। इस जंक्शन से बढ़नी और नरकटियागंज रूट की ट्रेनें भी चलाई जाती हैं। लखनऊ-छपरा मुख्य रेलमार्ग पर डोमिनगढ़ से कुसम्ही के बीच तीसरी लाइन बिछाई जा रही है। इसमें से कैंट स्टेशन से कुसम्ही स्टेशन के बीच लाइन बनने के साथ आवागमन भी शुरू हो गया है।
वहीं, डोमिनगढ़ से जंक्शन और कैंट से जंक्शन के बीच तीसरी लाइन बिछ गई है। अब जंक्शन पर इन लाइनों को जोड़ने के साथ ही यार्ड से आरआरआई केबिन भी हटाया जाएगा। इसके लिए स्टेशन के प्लेटफाॅर्म नंबर नौ पर नई बिल्डिंग बनाई गई है। इससे गोरखपुर स्टेशन भी इलेक्ट्रॉनिक इंटरलाॅकिंग से जुड़ जाएगा।
पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि 12 साल बाद गोरखपुर स्टेशन पर यार्ड रिमाॅडलिंग का कार्य होने जा रहा है। इस दौरान दौरान रूट रिले इंटरलॉकिंग (आरआरआई) केबिन को प्लेटफॉर्म नंबर नौ के पास शिफ्ट किया जाएगा। नए भवन में स्थापित आरआरआई केबिन पूरी तरह से डिजिटल होगा।
उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलाॅकिंग (ईआई) लगने से कंप्यूटर पर माउस क्लिक करते ही प्वाइंट बनेगा और ट्रेनों को सिग्नल दिया जा सकेगा। इससे सिग्नल और प्वाॅइंट फेल होने की समस्या तो समाप्त होगी ही, साथ ही अधिक से अधिक ट्रेनें भी चलाई जा सकेगी। (साभार एजेंसी)