आयुष विश्वविद्यालय दूसरे प्रदेशों के कॉलेजों को भी सम्बद्धता देगा

UP / Uttarakhand

(गोरखपुर UP)20 जून,2025.

महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय अब दूसरे प्रदेशों के महाविद्यालयों को भी सम्बद्धता देगा। योग, आयुर्वेदिक, यूनानी और होम्योपैथी और बीएससी नर्सिंग समेत दर्जन भर नए कोर्स का भी संचालन किया जाएगा। मंगलवार को कार्य परिषद की बैठक में इन्हें मंजूरी दे दी गई। कर्मचारियों की भर्ती की स्वीकृति भी मिल गई। बैठक में अन्य भी कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं।

आयुष विवि की कार्य परिषद की बैठक में विश्वस्तरीय सुपर स्पेशियलिटी स्तर का बनाए जाने के लिए जरूरी उपायों पर चर्चा हुई। इसमें औषधियों के निर्माण को मंजूरी दी गई। इसके तहत औषधिशाला में आयुवेर्दिक, यूनानी व होम्योपैथिक की दवाएं बनेंगी। नए पाठ्यक्रमों के तहत बीएससी नर्सिंग, आयुर्वेदिक, यूनानी और होम्योपैथी में बीफार्म, योग, नेचुरोपैथी, फिजियोथेरेपी, पंच कर्म व क्षारसूत्र में डीफार्म और फिजयोथैरेपी जैसे पाठ्यक्रम नए सत्र से शामिल किए जाएंगे। गंभीर रूप से बीमार मरीजों के लिए वाहन की सुविधा होगी। मरीजों के इलाज के लिए चिकित्सकों की कमी को भी पूरा किया जाएगा।

कार्य परिषद की बैठक में कुलपति प्रो. के. रामचन्द्र रेड्डी, आयुष विभाग के विशेष सचिव हरिकेश चौरसिया, कुलसचिव एके जायसवाल, परीक्षा नियंत्रक मनीष राय, वित्त नियंत्रक अतुल तिवारी, डॉ जमाल अख्तर, मुरादाबाद होमियोपैथी कॉलेज के प्राचार्य प्रमोद सिंह, नीलिमा गुप्ता, डॉ विजय पुष्कर आदि मौजूद रहे।

पंचकर्म में इलाज करने के लिए केरल से आएंगे विशेषज्ञ:
पंचकर्म कुटिया में स्टीम बाथ, लेपबाथ आदि से मरीजों का इलाज किया जाता है। इसे और अधिक सुविधाजनक व प्रभावी बनाने के लिए केरल से विशेषज्ञ को बुलाया जाएगा, ताकि मरीजों का और बेहतर इलाज हो सके।

ऑडिटोरियम में विश्व स्तर की होंगी किताबें:
विश्वविद्यालय में एक हजार क्षमता के ऑडिटोरियम का निर्माण हो रहा है।इसमें विश्व स्तर के होम्योपैथिक, आयुर्वेकि, यूनानी से संबंधित किताबें भी होंगी। ये किताबें विद्यार्थियों के अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण होंगी (साभार एजेंसी)

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