(लखनऊ, UP)29,2025.
देश में यूपी के सबसे ज्यादा स्कूलों के कक्षा एक और दो के बच्चे बुनियादी भाषा और गणित में निपुण हैं। 48 हजार से अधिक परिषदीय स्कूल के बच्चे तय समय से पहले ही निपुण हो चुके हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन में स्कूल गवर्नेस रिफॉर्म विषय पर आयोजित कार्यशाला में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के प्राचार्य राज सिंह यादव ने यह जानकारी दी। एनसीईआरटी में हाल ही में देश के हर राज्य के शिक्षाविदों ने अपनी प्रगति की रिपोर्ट साझा की।
यूपी में सबसे ज्यादा परिषदीय स्कूल
डायट प्राचार्य का दावा है कि देश में सबसे अधिक परिषदीय स्कूल यूपी में हैं। जहां कक्षा एक व दो के छात्र भाषा और गणित के तय लक्ष्यों को पूरा कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि राज्य परियोजना कार्यालय की ओर से प्री प्राइमरी एजुकेशन के लिए शिक्षकों के प्रशिक्षण मॉड्यूल, उदय प्रशिक्षण कोर्स आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और ईसीसीई एजुकेटर के लिए तैयार किया गया है। प्रदेश स्तर पर सभी जनपदों में ईसीसीई एजुकेटर की नियुक्ति की जा रही है 1 अन्य राज्य काफी पीछे हैं। उन्होंने बताया कि इस बिंदु पर प्रदेश की सराहना की गई।
नवाचार को दिया जा रहा बढ़ावा:
डायट प्राचार्य ने बताया कि शिक्षकों के नवाचार को देश के पाठ्यक्रम में शामिल किया जा रहा है। शिक्षक संदर्शिकों का निर्माण किया जा रहा है। शिक्षक छात्रों को नई तकनीकी से पढ़ाने के तरीके खोज रहे हैं। हाल ही में जारी परफार्मेंस इंडेक्स रिपोर्ट में प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता सबसे अच्छी गौतमबुद्ध नगर की आई है। डायट प्रवक्ता वेद प्रकाश मौर्य और एसआरजी अशोक कुमार ने भी उपलब्धियों के बारे में देश के शिक्षाविदों को बताया।
इन राज्यों के प्रतिनिधि हुए शामिल:
शिक्षक रितु रतन ने बताया कि आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, ओडिशा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश के साथ अन्य राज्यों के प्रतिनिधि शामिल हुए। केंद्रशासित प्रदेश दिल्ली, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, लक्षद्वीप आदि भी शामिल हुए।(साभार एजेंसी)