(अयोध्या UP)10जून,2025.
अयोध्या में आठ स्थानों पर सिटी फॉरेस्ट के रूप में वाटिकाएं विकसित की जाएंगी। नगर निगम क्षेत्र में इनके स्थल चयन के लिए सर्वे शुरू हो गया है। इसके लिए टीमें भी गठित की गई हैं। इन वाटिकाओं में शहरवासियों और राम मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को प्राकृतिक सौंदर्य का दीदार हो सकेगा। साथ ही कई अन्य सौगातें भी मिलेंगी।
अयोध्या दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नगर निगम के मौजूदा बोर्ड के दो साल पूरे होने पर रामकथा पार्क में आयोजित समारोह में अफसरों और जनप्रतिनिधियों को इस दिशा में पहल करने का सुझाव दिया था। नगर निगम ने अब सीएम के सपने को साकार करने की दिशा में कवायद शुरू कर दी है। पहले चरण में सिटी फॉरेस्ट के रूप में वाटिकाओं को विकसित करने के लिए उपयुक्त स्थान की तलाश शुरू की गई है। यह सभी वाटिकाएं नगर निगम क्षेत्र में ही विकसित की जाएंगी।
मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप इन आठों वाटिकाओं का नामकरण मां जानकी, भरत, लक्ष्मण, शत्रुघ्न, हनुमान, सुग्रीव, निषादराज और शबरी के नाम पर किया जाएगा। यहां पर बच्चों के लिए झूले, फ्लावर जोन, पाथवे, लाइटिंग, गेट, एनीमल स्टेच्यू, सेल्फी प्वाइंट, ओपेन जिम, फाउंटेन, नक्षत्र वाटिका, वन कुटी व योगा जोन के निर्माण के साथ पौधरोपण कराया जाएगा। मुख्य गेट से अंदर तक सड़क बनाई जाएगी। पेयजल और शौचालय की सुविधा के साथ खानपान के लिए कैफेटेरिया भी होगा। प्रकाश व्यवस्था के लिए सोलर लाइटिंग होगी।
अपर नगर आयुक्त सुमित कुमार ने अमर उजाला को बताया कि सीएम के निर्देशों के अनुरूप महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी व नगर आयुक्त जयेंद्र कुमार के निर्देशन में कार्ययोजना तैयार की जा रही है। साथ ही नगर निगम क्षेत्र में एक से दो एकड़ तक जमीन के लिए सर्वे किया जा रहा है। उपयुक्त स्थानों पर जमीन की उपलब्धता होते ही वाटिकाओं को विकसित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।(साभार एजेंसी)