(देहरादून)22जुलाई,2024.
प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार बौखनाग महाराज जी की डोली उत्तरकाशी जिले के यमुना घाटी के भाटिया गांव से अयोध्या के लिए चली गई।
सैकड़ों लोग बौखनाग महाराज जी की डोली के साथ देहरादून परेड ग्राउंड पहुंचे, जहां पहले पड़ाव हुआ। जहां मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बौखनाग महाराज की डोली को अयोध्या के लिए रवाना किया। वहीं, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बौखनाग मेला को राजकीय मेला बनाने के लिए आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगी। उन्होंने बताया कि पुरोला में पंपिंग योजना भी उनकी चिंता का विषय है।
बाबा बौखनाग महाराज जी की डोली सुबह भाटिया गांव से अयोध्या के लिए रवाना हुई थी. इसी क्रम में देहरादून में एक पड़ाव के बाद अब बाबा की डोली और सैकड़ों भक्त अयोध्या के लिए रवाना हो गए हैं. डोली पूरी रात सफर करने के बाद अयोध्या पहुंचेगी. जहां सभी प्रभु राम के दर्शन करेंगे. अयोध्या में उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से श्रद्धालुओं के खाने पीने और रहने की व्यवस्था की गई है. बाबा बौखनाग महाराज जी की डोली को रवाना करते वक्त खुद मुख्यमंत्री धामी ने अपने कंधों पर डोली लेकर रवाना किया. साथ ही श्रद्धालुओं के साथ नृत्य भी किया.
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने बाबा बौखनाग समिति का धन्यवाद देते हुए कहा कि बाबा बौखनाग जहां बिराजे हैं, वहां मेला लगा हुआ है. मुख्यमंत्री धामी ने सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों का जिक्र करते हुए कहा कि सिलक्यारा टनल के निर्माण कार्य के दौरान 41 मजदूर वहां फंस गए थे. उस दौरान बाबा बौखनाग जी ने कृपा की, जिसके चलते जो असंभव काम था, वो संभव हो गया और टनल में फंसे मजदूर बाहर आ गए.
प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार कार्यक्रम के दौरान बाबा बौखनाग समिति की मांग पर मुख्यमंत्री धामी ने घोषणा की कि बौखनाग मेला को राजकीय मेले किए जाने की जो भी औपचारिकताएं हैं, उसको पूरा किया जाएगा.