प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने तूतीकोरिन अंतर्राष्ट्रीय कंटेनर टर्मिनल के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया

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(नई दिल्ली)17सितंबर,2024.

केन्‍द्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने आज यहां वीओ चिदंबरनार बंदरगाह प्राधिकरण (वीओसीपीए) में तूतीकोरिन अंतर्राष्ट्रीय कंटेनर टर्मिनल (टीआईसीटी) राष्ट्र को समर्पित किया। केन्‍द्रीय मंत्री ने प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन करने के साथ-साथ कई पहलों की आधारशिला भी रखी।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज वीडियो संदेश के जरिए तूतीकोरिन अंतर्राष्ट्रीय कंटेनर टर्मिनल के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि आज का दिन भारत के विकसित राष्ट्र बनने की यात्रा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और नए तूतीकोरिन अंतर्राष्ट्रीय कंटेनर टर्मिनल को ‘भारत के समुद्री बुनियादी ढांचे का नया सितारा’ बताया। वी.ओ. चिदंबरनार बंदरगाह की क्षमता के विस्तार में इसकी भूमिका पर प्रकाश डालते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा, “14 मीटर से अधिक के गहरे ड्राफ्ट और 300 मीटर से अधिक लंबी बर्थ के साथ, यह टर्मिनल वी.ओ.सी. बंदरगाह की क्षमता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।” प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि नए टर्मिनल से बंदरगाह पर माल की लागत कम होने और भारत के लिए विदेशी मुद्रा की बचत होने की उम्मीद है। उन्होंने तमिलनाडु के लोगों को बधाई दी और वी.ओ.सी. बंदरगाह से संबंधित अनेक परियोजनाओं को याद किया, जो दो साल पहले उनकी यात्रा के दौरान शुरू की गई थीं। उन्होंने तेजी से पूरा होने पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि टर्मिनल की प्रमुख उपलब्धियों में से एक लैंगिक विविधता के प्रति इसकी प्रतिबद्धता है, जिसके 40 प्रतिशत कर्मचारी महिलाएं हैं, जो समुद्री क्षेत्र में महिलाओं के नेतृत्व में विकास का प्रतीक है।

श्री सोनोवाल ने नए टीआईसीटी टर्मिनल से पहले कंटेनर पोत को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो देश में महत्वपूर्ण बंदरगाह अवसंरचना परियोजनाओं में से एक के संचालन की शुरुआत है। इस बंदरगाह को 434 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश से विकसित किया गया है, जिसकी सालाना क्षमता 6 लाख टीईयू को संभालने की है। टर्मिनल का ड्राफ्ट 14.20 मीटर है, जो इसे 10,000 टीईयू तक के कंटेनर जहाजों को समायोजित करने की अनुमति देता है।

केन्‍द्रीय मंत्री ने नवनिर्मित ग्रीन हाइड्रोजन परियोजना का भी उद्घाटन किया, जिसे उन्होंने ‘भारत को ग्रीन हाइड्रोजन का वैश्विक केन्‍द्र बनाने के प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के सपने को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम’ बताया। श्री सर्बानंद सोनोवाल ने ‘हरित सागर ग्रीन पोर्ट पहल’ के हिस्से के रूप में 400 किलोवाट के रूफटॉप सोलर पावर प्लांट का भी उद्घाटन किया। केन्‍द्रीय मंत्री ने नए उद्यमों के लिए भूमि पट्टा समझौतों के आदान-प्रदान को भी देखा, क्योंकि वीओसीपीए अपने औद्योगिक परिदृश्य का विस्तार कर रहा है, जिससे विकास की अपार संभावनाएं खुल रही हैं।

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