(गोरखपुर)19सितंबर,2024.
एम्स, गोरखपुर में भ्रष्टाचार का मामला दूसरी बार सार्वजनिक हुआ है। सात महीने पहले जब पूर्व कार्यकारी निदेशक डॉ. सुरेखा किशोर को यहां से हटाया गया था तो उस वक्त भी खरीद और निर्माण में गड़बड़ी की चर्चा चली थी। हालांकि, उन पर लगे आरोपों की जांच में क्या हुआ, यह आज तक सार्वजनिक नहीं हो पाया। कार्यकारी निदेशक डॉ. जीके पाॅल ने भी इसका खुलासा किया था।
एम्स के कार्यकारी निदेशक के बयान के बाद से परिसर में हड़कंप मचा हुआ है। हर विभाग के जिम्मेदार अंदर ही अंदर अपने बिल बाउचर दुरुस्त करने में लगे हैं। शीर्ष अफसर के इस तरह से सार्वजनिक बयान के बाद सभी को वृहद जांच का अंदेशा सता रहा है।
बताया जा रहा है कि दिल्ली से एक जांच टीम जल्द ही एम्स पहुंचने वाली है। उधर, एम्स में करीब डेढ़ महीने से सारे काम की निगरानी के लिए बनी छह कमेटियों को लेकर भी खूब चर्चा चल रही है। फिलहाल इस मामले पर अब सभी बड़े अफसरों ने चुप्पी साध ली है, लेकिन अंदर ही अंदर बेचैनी बढ़ी हुई है।
एम्स में भ्रष्टाचार का मामला दूसरी बार सार्वजनिक हुआ है।सात महीने पहले जब पूर्व कार्यकारी निदेशक डॉ. सुरेखा किशोर को यहां से हटाया गया था तो उस वक्त भी खरीद और निर्माण में गड़बड़ी की चर्चा चली थी।हालांकि, उन पर लगे आरोपों की जांच में क्या हुआ, यह आज तक सार्वजनिक नहीं हो पाया।
कार्यकारी निदेशक डॉ. जीके पाॅल ने भी इसका खुलासा किया था। उन्होंने आते ही कई महत्वपूर्ण बदलाव किए थे। इसके अलावा करीब डेढ़ महीने पहले छह अलग-अलग कमेटियां भी गठित की थीं। अब यही कमेटियां सारी निगरानी कर रही हैं। एम्स सूत्रों का कहना है कि ओपीडी से लेकर आईपीडी, एमएनसी बिल्डिंग, नर्सिंग कालेज तथा ब्वायज व गर्ल्स हास्टल एवं इमरजेंसी वार्ड तक हर जगह काम की निगरानी के लिए कमेटी बनी हुई है।
ओपीडी क्वालिटी सर्किल पहली कमेटी है। दूसरी व तीसरी कमेटी आईपीडी ईस्ट एंड वेस्ट है। चौथी एमएनसी बिल्डिंग कमेटी है। पांचवीं नर्सिंग हास्टल कमेटी और छठीं ब्वाज एंड गर्ल्स हॉस्टल कमेटी है। हर कमेटी अलग-अलग काम देखती है। कमेटी के सदस्य मौके पर जाकर समस्या के बारे में पता करके समाधान कराते हैं।
इसके अलावा एम्स प्रेसिडेंट देश दीपक वर्मा ने भी कमेटी गठित कर चल रही समस्याओं के निस्तारण की बात कही है। परिसर में सबसे अधिक चर्चा भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच को लेकर है। कहा जा रहा है कि कार्यकारी निदेशक के खुलकर आरोप लगाने के बाद अब एम्स में हर खरीद की जांच होनी चाहिए।
शापिंग काम्प्लेक्स को शुरू कराया जाएगा
पुष्पा फूड एंड सर्विसेज की कैफेटेरिया में चलने वाले कैंटीन के अगले आदेश तक बंद होने के बाद अब शापिंग काम्प्लेक्स परिसर में नई कैंटीन खुलने की चर्चा है। बताया जा रहा है कि कार्यकारी निदेशक पटना से गोरखपुर आने पर रेस्टोरेंट का उद्घाटन करेंगे। यहां चाइनीज फूड के अलावा कोल्डड्रिंक, आइसक्रीम, काफी, चाय आदि के साथ जरूरत के अन्य सामान भी उपलब्ध होंगे।
बता दें कि एम्स परिसर में 17 करोड़ 58 लाख 99 हजार 44 रुपये खर्च कर शॉपिंग काम्प्लेक्स का निर्माण कराया गया था। इस साल तीन फरवरी को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने एम्स जोधपुर से इसका वर्चुअल उद्घाटन किया था। उद्घाटन के बाद भी शुरू नहीं हो सका था। शॉपिंग काम्प्लेक्स शुरू होने से परिसर में रहने वाले डॉक्टर और छात्रों को जरूरी सामान खरीदने के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।(साभार एजेंसी)