सोहगीबरवां:यूपी में पूर्वांचल की पहली जंगल सफारी

UP / Uttarakhand

(महराजगंज UP)26अप्रैल,2025.

सोहगीबरवां वन्य जीव अभ्यारण्य में शुरू हुए पूर्वांचल की पहली जंगल सफारी करने आने वाले सैलानियों को स्काई वाक का एडवेंचर मिल सकता है।पर्यटन विभाग सिगरैना ताल में स्काई वाक बनाने की योजना बना रहा है।घने जंगलों के बीच सुरम्य व शांत माहौल में 100 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैला यह ताल प्रवासी के लिए मशहूर है। कार्ययोजना को स्वीकृति मिलने के बाद वन विभाग की मदद से पर्यटन विभाग स्काई वाक का निर्माण कराएगा।

2023 में हुआ था जंगल सफारी का शुभारंभ : सोहगीबरवा सेंचुरी में शासन से हरी झंडी मिलने के बाद वर्ष 2023 में प्रदेश के वन मंत्री ने जंगल सफारी का शुभारंभ किया था। सोहगीबरवा सेंचुरी में जंगल सफारी के लिए दो रूट बनाए गए हैं। पहला रूट पुराने लकड़ी के पुल के जर्जर होने और निर्माण कार्य जारी रहने के कारण फिलहाल बंद है।दूसरे रूट पर सफारी शुरू हो चुकी है, जहां भगवान बुद्ध से जुड़ा ऐतिहासिक स्थल रामग्राम स्थित है। यह रूट घने साल के जंगल और प्राकृतिक सौंदर्य के चलते ईको-पर्यटकों को खासा आकर्षित कर रहा है।

जंगल सफारी के रूट में बनाए गए हैं बम्बू हट व कैफेटेरिया : जंगल सफारी के लिए वन विभाग ने यूपी ईको टूरिज्म की वेबसाइट पर लिंक दिया है। उत्तर प्रदेश शासन से स्वीकृति मिलने के बाद वन विभाग जंगल सफारी के इंट्री प्वाइंट पर टिकट घर, गेट, गार्ड रूम का निर्माण करा चुका है। जगह जगह बम्बू हट बनाए और कैफेटेरिया भी बनाया गया है।
वन विभाग ने जंगल सफारी के पहले रूट के लिए सात यात्रियों पर 1500 रुपये और दूसरे रूट के लिए 2000 रुपये शुल्क निर्धारित किया है. विभाग खुद वाहन उपलब्ध कराएगा।फिलहाल दूसरा रूट निर्माण कार्य के कारण बंद है, जहां सिगरैना ताल पर स्काई वॉक बनाने की योजना भी है।वन विभाग के अनुसार गोरखपुर, कुशीनगर और महराजगंज से पर्यटक पहुंच रहे हैं।जल्द ही टिकट घर से ऑफलाइन बुकिंग की सुविधा भी शुरू की जाएगी।

गोरखपुर से महज 70 किमी दूरी पर जंगल सफारी की सुविधा : सोहगीबरवा वन्य जीव अभ्यारण्य में पूर्वांचल की पहली जंगल सफारी में पहुंचने के लिए गोरखपुर से महराजगंज होते हुए नगर पंचायत चौक बाजार आना होगा।गोरखपुर से इसकी दूरी करीब 70 किमी है। बौद्ध परिपथ के यात्री भी कुशीनगर से रामकोला, कप्तानगंज, परतावल, महराजगंज होते हुए जंगल के समीप चौक बाजार पहुंच सकते हैं।बौद्ध परिपथ के रूट में कुशीनगर व रामकोला के बीच सोहगीबरवां वन्य जीव अभ्यारण्य का डिस्प्ले लगाया गया है।

जंगल सफारी में कई प्रजातियों के वन्यजीव : सोहगीबरवा वन्य जीव अभ्यारण्य के जंगल सफारी के रूट में टाइगर, तेंदुआ, हिरन समेत कई प्रजातियों के वन्यजीव देखने को मिल सकते हैं। सैलानियों को जंगल सफारी में फिलहाल रात्रि विश्राम की सुविधा नहीं है।आने वाले दिनों में कैफेटरिया में जलपान व डिनर की सुविधा मिलेगी। दूसरा रूट शुरू होने के बाद चौबीस टांगिया में सैलानियों को दूध, दही व वन उत्पाद से बने खाद्य सामग्री खरीद के लिए उपलब्ध होगी।

सोहगीबरवा सेंचुरी के एसडीओ अनुराग त्रिपाठी ने कहा, जंगल सफारी के रूट में करीब डेढ़ करोड़ रुपए का पर्यटन विकास कार्य कराया गया है।कई योजनाएं अभी लाइन में हैं, आने वाले दिनों में जंगल सफारी ईको टूरिज्म का प्रमुख केंद्र के रूप में उभरेगी।(साभार)

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